
Monsoon 2024: यूपी के इस जिले में बाढ़ ने मचाई तबाही! अनिश्चितकाल के लिए छुट्टी की घोषणा, सीएम ने लिया जायजा
Monsoon 2024: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में मानसून की पहली बारिश ने तबाही मचा दी है। यहां लगभग 30 गांवों में दो से ढाई फीट तक पानी भर गया है। लोगों के घरों में पानी घुसने से रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो गए हैं। बाढ़ का प्रकोप देखते हुए बीएसए ने कक्षा आठ तक स्कूलों में अगले आदेश तक छुट्टियों की घोषणा की है। इसके बाद बुधवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम के साथ पीलीभीत का निरीक्षण किया। सीएम योगी ने बताया "जो भी परिवार बाढ़ की चपेट में आया है उसके लिए पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री की व्यवस्था की गई है।"
उन्होंने आगे बताया "राहत सामग्री में 5 किलो लाई, 2 किलो भुना चना, 1 किलो गुड़, 10 पैकेट बिस्कुट, माचिस व मोमबत्ती का पैकेट, नहाने के 2 साबुन, 20 लीटर का जरीकेन पेयजल के लिए, तिरपाल, 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 2 किलो अरहर की दाल, 10 किलो आलू, हल्दी, मिर्च, मसाला, 1 लीटर सरसों का तेल, 1 किलो नमक आदि उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं।"
बाढ़ की चपेट में आए पीलीभीत जिले के हालात को परखने के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरनपुर के चंदिया हजारा में पहुंचे। यहां पहुंचने से पहले मुख्यमंत्री ने शहर का भी हवाई सर्वेक्षण किया। खकरा और देवहा नदियों की बाढ़ से प्रभावित इलाके के ऊपर सीएम का हेलीकाप्टर काफी देर तक घूमता रहा। इसके बाद पूरनपुर के अभयपुर गांव में बने हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर उतारा। जनप्रतिनिधियों से मिलने के बाद वह बाढ़ग्रस्त गांवों के दौरे पर रवाना हो गए।
मुख्यमंत्री ने चंदिया हजारा में बाढ़ राहत शिविर में पीड़ितों से हाल जाना। उन्होंने प्रभावित लोगों को राहत सामग्री वितरित की। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, प्रभारी बलदेव सिंह औलख, राज्यमंत्री संजय गंगवार समेत जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। बाढ़ प्रभावितों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों और अफसरों के साथ बैठक भी की। मुख्यमंत्री ने अफसरों से जिले की स्थिति जानी। बाढ़ से निपटने के लिए दिशा-निर्देश दिए।
शारदा नदी के उफनाने से रविवार रात को जिले के 30 गांवों में बाढ़ का पानी घरों में भर गया। नदी किनारे के 30 गांवों में जलभराव होने के चलते सभी गांवों का एक-दूसरे से कनेक्शन कट गया था।
हालांकि सोमवार दोपहर बाद से बनबसा बैराज से नदी में पानी पास होने की मात्रा कम होने से नदी का जलस्तर कम होना शुरू हो गया, मगर अधिकांश गांवों में मंगलवार को भी घरों, सड़कों पर जलभराव बना रहा। निचले स्थानों के घरों में तीन से चार फुट तो सड़कों पर दो से ढाई फुट पानी भरा रहा।
गांव चंदिया हजारा, राहुलनगर मजदूर बस्ती, कॉलोनी नंबर छह, शारदा नदी पार के गांव सिद्धनगर, बैल्हा, टाटरगंज, टिल्ला नंबर चार सहित अन्य गांवों में जलभराव को लेकर लोग घरों की छतों और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए रहे। हालांकि गांव चंदिया हजारा और आसपास गांवों के कुछ लोगों ने हरीपुर जंगल में ऊंचे स्थानों पर भी शरण ली। इधर, शहर में देवहा और खकरा नदियों की बाढ़ से परेशानियां बढ़ी हैं। मंगलवार रात को बीसलपुर में बाढ़ से हालात बिगड़ गए। नगर के कई मोहल्ले जलमग्न हो गए।
एसडीएम राजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने बाढ़ में फंसे 38 पुरुषों, 27 महिलाओं, 24 बच्चों और दो गर्भवती महिलाओं को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। सीएम योगी ने अधिकारियों को पल-पल की खबर से अपडेट रहने को कहा है। इसके साथ ही साफ आदेश दिए हैं कि बाढ़ में कोई जनहानि नहीं होनी चाहिए। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए टीमों को 24 घंटे तैयार रखा जाए।
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Updated on:
10 Jul 2024 06:29 pm
Published on:
10 Jul 2024 05:52 pm
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