
पत्रिका न्यूज नेटवर्क
पीलीभीत. Tiger Attack in Pilibhit- वह भयानक काली रात थी। बादल गरज रहे थे। चारो तरफ घुप्प अंधेरा था। हम सभी को घर पहुंचने की जल्दी थी। हमारी बाइक तेज रफ्तार में भाग रही थी। तभी पेड़ के झुरमुटों के बीच एकाएक बिजली सी कौंधी। सड़क किनारे धम्म की आवाज हुई। हम तीनों की चीख निकल गयी। इस हड़बड़ाहट में मोटरसाइकिल गिर गयी। तीनों अलग-अलग गिरे। कुछ समझ में आता इसके पहले दो बाघ झपट पड़े। वे दोनों चीखते रहे। इस बीच मैं लपककर पास के एक पेड़ पर चढ़ गया। मेरे सामने ही उन दोनों को बाघ के जोड़े जंगल में खींच ले गए। डर के मारे रातभर पेड़ पर बैठा मैं कांपता रहा। पौ फूटी और कुछ आवाजाही बढ़ी तब पेड़ से उतरा।
ससुराल से लौट रहे थे
बीसलपुर कोतवाली स्थित घुंघचाई-दियोरिया मार्ग पर घटी इस लोमहर्षक घटना के प्रत्यक्षदर्शी विकास ने बताया, उसके दोस्त कन्हई लाल की शाहजहांपुर के पुवायां थाना क्षेत्र स्थित जलालपुर गांव में ससुराल है। वह कन्हई और सोनू तीनों उसकी ससुराल गए थे। रविवार देर शाम करीब 7.30 बजे तीनों बाइक से घने जंगलों के बीच से निकली सड़क पर लौट रहे थे। तभी घुंघचाई-दियोरिया मार्ग पर खन्नौत नदी के टूटे पुल के निकट बाघ-बाघिन का जोड़ा दिखा। तीनों के होश उड़ गए। कुछ समझ पाते इस बीच बाइक समेत तीनों जमीन पर गिर गए। और बाघ ने हमला बोल दिया।
हृदय विदारक दृश्य देख छूटी कपकपी
विकास ने बताया, दिमाग ने थोड़ा काम किया और लपकर एक पेड़ पर चढ़ गया। कन्हई और सोनू को आंखों के सामने बाघों ने मार डाला। उसकी कपकंपी छूट रही थी। वह पेड़ पर बैठा रहा। करीब एक घंटे बाद एक बाघ ने कई बार पेड़ पर चढऩे की कोशिश की। अंतत: वह चला गया। पेड़ पर बैठे-बैठे ही दहशत में पूरी रात गुजारी।
वन अधिकारी ने कहा, दो शव मिले
घटना की सूचना मिलने के बाद मृतकों के परिजन और पुलिस, वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। थोड़ी दूर पर दोनों के छत-विक्षत शव मिले। टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वन अधिकारी नवीन खंडेलवाल ने दियोरिया रेंज के जंगल मार्ग पर दो शव मिले हैं।
Published on:
12 Jul 2021 08:04 pm
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