
Aap To Launch Massive Membership Drive Foot Marches Southern States
कैंपेन अगेंस्ट करप्शन के साथ शुरू हुआ आम आदमी पार्टी का सफर लगातार आगे बढ़ रहा है। पहले देश की राजधानी दिल्ली में अपनी सरकार बनाई और अपने काम से लोगों का विश्वास जीता। अब पार्टी दूसरे राज्य पंजाब में भी जनता का भरोसा जीतकर सरकार बना रही है। अपनी इस सफलता के साथ ही आम आदमी पार्टी के हौसले और बुलंद हो रहे हैं। यही वजह है की पार्टी के विस्तार को लेकर शीर्ष नेतृत्व ने रणनीति पर काम करना भी शुरू कर दिया है। आप अब देश के दक्षिण राज्यों में अपने कदम बढ़ा रही है। इसके तहत दक्षिणी राज्यों में बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाने का फैसला किया है।
इन राज्यों पर आम आदमी पार्टी की नजर
आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता सोमनाथ भारती के मुताबिक 'आप' तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, पुडुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में सदस्यता अभियान शुरू करेगी।
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दक्षिण इलाकों से मिल रहा समर्थन
आप नेता सोमनाथ भारती के मुताबिक 'आप' को पंजाब में मिली धमाकेदार जीत के बाद दक्षिणी क्षेत्रों के लोगों ने हमारे दल के प्रति रुचि दिखाई है।
उन्होंने बताया कि पार्टी को दक्षिण भारतीय राज्यों से भी अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है। लोगों के रुख को देखते हुए और दक्षिणी राज्यों में हमारी टीम को मिल रही प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने फैसला लिया है कि इन राज्यों में अब सदस्यता अभियान के जरिए पार्टी का विस्तार किया जाएगा।
इस राज्य से शुरू होगी पदयात्रा
आम आदमी पार्टी के विस्तार का सिलसिला 14 अप्रैल को बाबा साहेब आम्बेडकर की जयंती से होगा। पार्टी नेता के मुताबिक पदयात्रा अभियान की शुरुआत सबसे पहले दक्षिणी राज्य तेलंगाना से होगी। इस दौरान क्षेत्र के प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में जाएंगे, हम इलाके के हर घर तक (अरविंद) केजरीवाल की राजनीति, बाबा साहेब और भगत सिंह के विचारों को पहुचाएंगे।
दिल्ली के कामों पर फोकस
आप नेता भारती के मुताबिक पदयात्रा से लेकर अन्य अभियानों के जरिए आम आदमी पार्टी लोगों को दिल्ली में किए विकास कामों और बुनियादी सुविधाओं से रूबरू करवाएगी। बताया जाएगा कि आप के आने के बाद किस तरह दिल्ली के लोगों के जीवन में बदलाव आया।
2018 में 'आप' को नहीं मिला समर्थन
बता दें कि आप भले ही दक्षिण राज्यों में बढ़ने की रणनीति बना रही हो , लेकिन पिछले अनुभव बताते हैं कि यहां आप को ज्यादा समर्थन नहीं मिला। वर्ष 2018 के कर्नाटक और तेलंगाना विधानसभा चुनाव में आप ने दक्षिणी राज्यों में पैठ बनाने की कोशिश की थी लेकिन उसका खाता भी नहीं खुल पाया था।
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Published on:
12 Mar 2022 11:44 am
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