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ये हैं कर्नाटक के वो 3 विधायक जिनपर है पार्टियों की नजर

कर्नाटक चुनाव के नतीजे आने के बाद सभी दल सत्ता पर काबिज होने की फिराक में लगे हुए हैं।

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नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में अब दिलचस्प मोड़ पर आ चुका है क्योंकि किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है और लगातार राजनैतिक दांव-पेंच लगाए जा रहे हैं। मगर अभी भी तस्वीर साफ नहीं है कि आखिर कर्नाटक की सत्ता पर कौन सा दल काबिज होगा। भारतीय जनता पार्टी जहां चुनावों में 104 सीट जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं बीजेपी को रोकने के लिए कांग्रेस और जेडीएस एक हो गई हैं। दोनों ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। सरकार बनाने के दावे के बीच राजनैतिक पार्टियों की नजर ऐसे विधायकों पर हैं जो न तो कांग्रेस से हैं, न ही भाजपा और न ही जेडीएस से हैं। लिहाजा इन तीनों विधायकों पर सबकी नजर लगी हुई है।

एन महेश

कर्नाटक में कोलेगाला विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी उम्मीदवार के तौर पर एन महेश ने जीत हासिल की है। महेश पिछले 25 साल से जीत के लिए संघर्ष कर रहे थे, लेकिन उन्होंने पहली बार जीत का स्वाद चखा है। हालांकि उनको जेडीएस का समर्थन हासिल था। महेश ने जिस इलाके से जीत हासिल की है, वो यूपी के दलितों का एक बड़ा वोटबैंक है।

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आर शंकर

दूसरे विधायक हैं आर शंकर, जिन्होंने रानीबेन्नुर सीट पर कर्नाटक प्रगन्या पन्था जनता पार्टी (केपीजेपी) के उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की है। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार कृष्णप्पा कोलीवाड़ा को करीब चार हजार वोटों से हराया है। साल 2013 के चुनाव में भी आर शंकर कांग्रेस के कृष्णप्पा कोलीवाड़ा के सामने बतौर निर्दलीय चुनाव लड़े थे, लेकिन उस समय वो जीत दर्ज नहीं कर सके थे.बता दें कि केपीजेपी का गठन 31 अक्टूबर 2017 में हुआ, जिसे डी महेश गौड़ा ने बनाया था।

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एच नागेश

इसके बाद तीसरा नाम है निर्दलीय जीत दर्ज करने वाले एच नागेश का, जिस पर कांग्रेस और जेडीएस की निगाह लगी हुई है। उन्होंने कोलार जिले की मुलबागल सीट से निर्दलीय जीत हासिल की है। इस बार बतौर निर्दलीय उतरकर चुनाव जीतने वाले वो एकलौते विधायक हैं। जबकि इससे पहले करीब एक दर्जन विधायक निर्दलीय थे। मुलबागल सीट सुरक्षित सीट से जेडीएस उम्मीदवार समृद्धि मंजूनाथ को उन्होंने मात दी है। इस सीट पर 39 उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, लेकिन जीत हाथ लगी निर्दलीय उम्मीदवार एच नागेश के हाथ लगी। आप को यहां बता दें कि कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने मंगलवार को बयान दिया था कि वह निर्दलीय विधायकों के साथ कुछ और विधायक कांग्रेस के साथ हैं।हमारे पास संख्या है और हम कर्नाटक में एक सेक्यूलर सरकार बनाना चाहते हैं।