राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर बोले राहुल- पिता ने मुझे प्यार और सम्मान करना सिखाया
गठबंधन को बचाना जिम्मेदारी
पूर्व पीएम देवगौड़ा के अनुसार कांग्रेस ने नतीजों के दिन कुमारस्वामी को सीएम पद का आॅफर दिया था, लेकिन उन्होंने मन में सत्ता का लालच न होने के चलते कांग्रेस को आगे आने को कहा था। देवगौड़ा ने कहा कि हमनें सोच विचार कर गठबंधन बनाया है। वरिष्ठ होने के नाते यह मेरी नैतिक जिम्मेदारी है कि मैं जेडीएस और कांग्रेस के गठबंधन को लंबे समय और कम से कम 5 साल तक बचाए रखूं। हालांकि उन्होंने खुद को भविष्य की राजनीति में सक्रिय रखने के कोई पुख्ता संकेत नहीं दिए। देवगौड़ा ने कहा कि अब मेरी उम्र काफी खिंच गई है और अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहता। हालांकि उन्होंने इस बात को अपने स्वास्थ्य पर निर्भर बताया।
शपथ ग्रहण से पहले कुमार स्वामी का बयान- गुलाम नबी ने फोन कर दिया था सीएम पद का आॅफर
क्या था कुमारस्वामी का बयान
बता दें कि इससे पहले एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद को लेकर बयान जारी किया था। उन्होंने कहा था कि आजाद ने उनको फोन कर उनको सीएम पद का आॅफर दिया था। कुमारस्वामी के अनुसार आजाद ने उनसे कहा था कि उनकी पार्टी ने जेडीएस को पूरे पांच साल के लिए अपना सपोर्ट देने का फैसला लिया है। इस बात पर जब कुमारस्वामी ने मिलकर बात करने को कहा तो कांग्रेस नेता ने इस बारे में तुरंत फैसला लेने की बात कही। कुमार स्वामी के अनुसार कांग्रेस नेता ने उनसे फोन पर कहा था कि इस बारे में अभी हां या ना का फैसला करो। सीएम पद का आॅफर मिलने के बाद कुमारस्वामी ने अपने पिता व पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा से मिलकर उनको पूरी बात बताई।