
विपक्षी दलों की एकता के अगुवा और बिहार सीएम नीतीश कुमार
पटना में 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक है। बिहार में सियासी बिसात बिछनी शुरू हो गई है। विपक्षी दलों की बैठक से पहले बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में शामिल कुछ पार्टियां अपना मूड बदल सकती है। मजबूती के साथ नहीं कहा जा सकता है कि ये लम्बे समय तक महागठबंधन की हमराह बनी रहेंगी। महागठबंधन के एक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सुप्रीमो जीतन राम मांझी अपने विधायकों के साथ सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन पर विश्वास जताया। मौजूदा वक्त में महागठबंधन में कुल सात दल शामिल हैं। पर इसके अलावा भी कई क्षेत्रीय दल वक्त की नजाकत के अनुसार किस के साथ रहेंगे इसका ऐलान करेंगे। पर अभी तो अपनी तैयारियां में जुटे हुए हैं।
महागठबंधन को 11 महीने बीत गए
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के सुप्रीमो नीतीश कुमार के महागठबंधन में कुल सात दल शामिल हैं। अभी इस महागठबंधन को बने करीब 11 महीने बीत चुके हैं। इस गठबंधन के चार दल तो सत्ता में शामिल हैं वहीं तीन दल बाहर से समर्थन दे रहे हैं। इस गठबंधन में शामिल दल इस प्रकार हैं -
जनता दल यूनाइटेड - नीतीश कुमार
राष्ट्रीय जनता दल - लालू यादव
कांग्रेस
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) - जीतन राम मांझी
सीपीआई
सीपीआई-एम
सीपीआई-एमएल
जीतन राम मांझी ने मांगा महागठबंधन से मांगा पांच लोस सीट
बताया जा रहा है कि हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने कुछ दिन पूर्व महागठबंधन से लोकसभा चुनाव में पांच सीटों की मांग कर दी थी। यह महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। वैसे तो उन्होंने नीतीश कुमार में अपना विश्वास जताया है। पर वक्त कुछ भी करा सकता है।
बयान बदलने वाले नेता के रूप में है मांझी की पहचान
नीतीश कुमार के साथ भेंट करने के बाद जीतन राम मांझी ने कहा था, हम लोग नीतीश कुमार के साथ हैं। हमलोग एक साथ बैठकर सीट बंटवारे को लेकर सभी बातें तय कर लेंगे। वैसे, मांझी की पहचान बयान बदलने वाले नेता के रूप में रही है। साथ ही जीतन राम मांझी अपनी ही सरकार के विरोध में कई बार बयान दे चुके हैं।
सन ऑफ मल्लाह मौका देख लगाएंगे चौका
अपने को सन ऑफ मल्लाह कहने वाले विकासशील इंसान पार्टी मुकेश सहनी अभी महागठबंधन और एनडीए सभी दलों से दूरी बना कर चल रहे हैं। और लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। विकासशील इंसान पार्टी ने 25 जुलाई को पटना में अपने पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई है। वीआईपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता देव ज्योति ने भी संभावना जताते हुए कहा कि उस दिन पार्टी प्रमुख मुकेश सहनी किस गठबंधन के साथ जाएंगे, इसकी घोषणा कर सकते हैं।
प्रशांत किशोर-आरसीपी सिंह महागठबंधन को देंगे चुनौती
महागठबंधन के अलावा बिहार में सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी है। भाजपा के साथ कुछ क्षेत्रीय पार्टियां गठबंधन कर सकती हैं। इसके अलावा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह या आरसीपी सिंह भी महागठबंधन के लिए चुनौती हैं। वैसे आरसीपी सिंह भाजपा में शामिल हो चुके हैं। बाकियों के नाम इस प्रकार हैं...
लोजपा (रामविलास) : चिराग पासवान - भाजपा की तरफ है रुझान
रालोजपा (पारस गुट) : पशुपति कुमार पारस - भाजपा की तरफ है रुझान
राष्ट्रीय लोक जनता दल : उपेंद्र कुशवाहा - नीतीश-तेजस्वी के खिलाफ
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) - मूड का पता नहीं
विकासशील इंसान पार्टी : सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी - कुछ कहा नहीं जा सकता
23 जून को होगी पटना में विपक्षी दलों की बैठक
पटना में आगामी 23 जून को विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक होगी। इसमें केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने की रणनीति बनेगी। इस बैठक में पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, झारखंड सीएम हेमंत सोरेन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, यूपी पूर्व सीएम अखिलेश यादव, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने सहमति दी है। इसके अलावा एमके स्टालिन, शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, दीपांकर भट्टाचार्य ने आने पर सहमति दी है। इस बैठक में नवीन पटनायक और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर शामिल नहीं होंगे।
Updated on:
08 Jun 2023 03:15 pm
Published on:
08 Jun 2023 01:56 pm
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