दरअसल पाणिग्रही का आरोप है कि नवीन सरकार किसानों से धान खरीदने के मुद्दे पर विचार नहीं कर रही है। बीजेपी विधायक ने उस वक्त सैनिटाइजर पीने की कोशिश जब प्रदेश के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री आर पी स्वैन धान खरीद पर अपना बयान पढ़ रहे थे। पाणिग्रही के इस कदम से विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ।
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पाणिग्रही की तुरंत डॉक्टरों ने जांच की और फिलहाल उनकी तबीयत ठीक बताई जा रही है। ये है पूरा मामला
विपक्षी बीजेपी और कांग्रेस के सदस्यों ने लंच से पहले सदन की कार्यवाही बाधित की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष एस एन पात्रो ने मंत्री से सदन में बयान देने को कहा।
सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित होने के बाद जब शाम चार बजे फिर से शुरू हुई तो मंत्री ने बयान पढ़ना शुरू किया, इसी वक्त बीजेपी विधायक पाणिग्रही अपनी सीट से खड़े हुए और सैनिटाइजर की बोतल अपनी जेब से निकाली और पीने की कोशिश की।
साथी बीजेपी विधायक ने रोका
जैसे ही पाणिग्रही ने सैनिटाइजर पीने की कोशिश की, उनके पास बैठी बीजेपी विधायक कुसुम टेटे ने पहले देवगढ़ के विधायक को ऐसा करने से रोका और इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री बीके अरुख और प्रमिला मलिक ने भी समझाने की कोशिश की।
इसके बाद उनसे सैनिटाइजर की बोतल छीन ली। पाणिग्रही ने कहा, ‘मैंने पहले ही इस मुद्दे पर आत्मदाह करने की धमकी दी थी। इसके बावजूद सरकार ने किसानों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया, जो मंडियो में धान बेचने के लिए मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
इसलिए उठाया सुसाइड का कदममेरे विधानसभा क्षेत्र में मुझसे पहले लोग आत्महत्या करने की धमकी दे रहे हैं, इसलिए मैंने सदन में सैनिटाइजर पीकर ऐसा करने का फैसला किया।
यह भी पढ़ेंः एक बार फिर उठा सीएए का मुद्दा, चुनाव से पहले बदरुद्दीन अजमल ने दिया बड़ा बयान सिर्फ दावे हो रहे बीजेपी विधायक ने कहा कि यहां किसानों को लेकर सरकार सिर्फ दावे कर रही है। किसानों के हित में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। यही वजह है कि मेरे पास आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं था।