आपको बता दें कि ओवैसी की पार्टी भी तमिलनाडु में चुनावी ताल ठोक रही है। एआईएमआईएम ने 6 अप्रैल को होने वाले तमिलनाडु चुनाव में टीटीवी दिनाकरन के नेतृत्व वाले अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (AMMK) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
यह भी पढ़ेंः असम में चुनाव से पहले फिर गर्माया सीएए का मुद्दा, इस दिग्गज नेता ने कह दी इतनी बड़ी बात तमिलनाडु में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का वक्त नजदीक आ रहा है, राजनीतिक दलों का एक दूसरों पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी बढ़ रहा है। चेन्नई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने सत्ताधारी दल एआईएडीएमके पर जमकर निशाना साधा।
ओवैसी ने कहा, ‘एआईएडीएमके अब मैडम जयललिता की पार्टी नहीं रही, क्योंकि वो अपनी पार्टी को हमेशा बीजेपी से दूर रखती थी। दुर्भाग्य से, ये अब नरेंद्र मोदी का गुलाम बन चुकी है।’ विपक्षी दल डीएमके को भी लिया आड़े हाथ
ओवैसी ने ना सिर्फ सत्ताधारी दल पर निशाना साधा बल्कि अपने संबोधन में उन्होंने प्रमुख विपक्षी दल डीएमके को भी आड़े हाथों लिया। ओवैसी ने मुख्य विपक्षी दल डीएमके पर निशाना साधा और कांग्रेस के साथ उसके गठबंधन पर सवाल उठाया।
ओवैसी ने कहा कि जिस तरह महाराष्ट्र में शिवसेना ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के बाद विधानसभा में कहा था कि वे इस बात पर गर्व महसूस करते हैं कि बाबरी मस्जिद के लिए शिवसेना ने त्याग किया था।
ओवैसी ने डीएमके से सवाल किया है क्या आप भी शिवसेना की तरह ऐसी ही सोच रखते हैं।
बीजेपी की ‘बी टीम’ का आरोप
ओवैसी ने कहा मेरी पार्टी पर बीजेपी की बी टीम होने का आरोप लगता है। अब तो दिनाकरन साहब के साथ गठबंधन किया है, इस तरह के हमले और तेज हो रहे हैं। लेकिन मैं ये पूछना चाहता हूं कि कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना का समर्थन कर रही है।
डीएमके के मुताबिक शिवसेना धर्मनिरपेक्ष है या सांप्रदायिक। लेकिन कहा ये जाता है कि हमारे विधानसभा चुनाव लड़ने से सीधा फायदा बीजेपी को होता है। आपको बता दें कि दिनाकरन की पार्टी एमएमके के साथ गठबंधन के तहत ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम प्रदेश में तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। ये तीन सीटे हैं- वनियांबडी, कृष्णागिरि और शंकरपुरम जहां ओवैसी की पार्टी अपने उम्मीदवार उतार रही है।
लोगों को तीसरे विकल्प की तलाश
ओवैसी ने कहा कि प्रदेश की जनता अब तीसरे विकल्प की तलाश कर रही है। तमिलनाडु ने अब तक एआईएडीएमके और डीएमके के नेतृत्व वाले गठबंधनों को ही देखा है, लेकिन अब तीसरे विकल्प के रूप में एएमएमके और एआईएमआईएम का गठबंधन मौजूद है।
ओवैसी ने कहा- मुझे उम्मीद है कि प्रदेश की जनता एएमएमके के नेतृत्व वाले गठबंधन को आशीर्वाद देगी। तमिलनाडु की 234 सदस्यीय विधानसभा के वोटिंग एक चरण में 6 अप्रैल को होनी है और चुनाव परिणाम 2 मई को सामने आएंगे।
यह भी पढ़ेंः जानिए किस भरोसे पर शुभेंदु अधिकारी ने ममता बनर्जी के खिलाफ नंदीग्राम से भरा नामांकन एएमएमके ने जारी की 130 उम्मीदवारों की तीसरी सूची आपको बता दें शुक्रवार को एआईएडीएमके से निष्कासित नेता और वी के शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन ने शुक्रवार को अपने 130 उम्मीदवारों की तीसरी सूची भी जारी कर दी। इसके साथ ही अब तक कुल 195 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा हो चुकी है।
एएमएमके का इनके साथ गठबंधन
तमिलनाडु के चुनाव में एएमएमके ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और AIMIM के साथ गठबंधन किया है। एसडीपीआई जहां 6 सीट पर चुनाव लड़ेगी वहीं एआईएमआईएम 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।