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स्वामी का बड़ा बयान, कहा- पाकिस्तान को चार भागों में तोड़ दो, तभी खत्म होगा दोनों देशों का झगड़ा

सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान को एक चपरासी करार दिया।

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Shiwani Singh

Sep 30, 2018

Subramanyam Swami

स्वामी का बड़ा बयान, कहा- पाकिस्तान को चार भागों में तोड़ दो, तभी खत्म होगा दोनों देशों का झगड़ा

नई दिल्ली। अपने बयानों को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने पाकिस्तान पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को चार क्षेत्रों सिंध, ब्लूचिस्तान, पखतून और पश्चिमी पाकिस्तान में तोड़ देना चाहिए और पहले तीन हिस्सों को भारत को सौंप देना चाहिए। स्वामी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के झगड़े को खत्म करने का एकमात्र समाधन बस यही है। बता दें कि यह बाते उन्होंने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में आयोजित एक सेमिनार में कहीं।

इमरान खान एक चपरासी है

सुब्रमण्यम स्वामी यही नहीं रुके उन्होंने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान को एक चपरासी तक करार दिया। उन्होंने कहा कि सेना, इंटर सर्विस इंटेलीजेंस (आईएसआई) और आतंकियों द्वारा पाकिस्तान को चलाया जा रहा है। वहीं, राम मंदिर के निर्माण को लेकर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जल्द ही अयोध्या में मंदिर बनवाया जाएगा।

सुभाष चंद्र बोस की मौत विमान हादसे से नहीं हुई

वहीं, इससे पहले भाजपा नेता व सांसद सुब्रमण्यम स्‍वामी ने एक और चौंकाने वाला बयान दिया था। इस बार उनका बयान सुभाष चंद्र बोस की मौत से जुड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स में सुब्रमण्यम स्‍वामी के हवाले से कहा गया है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की हत्या में रूस के पूर्व राष्ट्रपति जोसेफ स्टालिन की भूमिका थी। सुभाष चंद्र बोल की 1945 में विमान हादसे में उनकी मौत नहीं हुई थी। लेकिन ये बात अभी तक रहस्‍य का विषय बना हुआ है।

स्‍वामी ने कहा कि अधिकांश भारतीय यही मानते हैं कि सुभाष चंद्र बोस की मौत विमान हादसे में हुई थी, लेकिन ये सच नहीं है। सांस्कृतिक गौरव संस्था द्वारा रवीन्द्र शतवार्षिकी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा कि बोस ने साम्यवादी रूस में शरण मांगी थी। उन्हें वहां शरण दी भी गई थी। लेकिन बाद में उनकी हत्या कर दी गई।

उन्होंने कहा कि बोस की मृत्यु 1945 में नहीं हुई। यह गलत है। यह नेहरू और जापानियों की साजिश है। स्‍वामी ने कहा कि इस बारे में जवाहर लाल नेहरू सबकुछ जानते थे। बाद में वहां बोस की हत्या कर दी गई। स्वामी ने यह भी दावा किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद सरकार के चलते ब्रितानी औपनिवेशिक शासकों ने भारत को आजादी दी। आजाद हिंद सरकार का गठन 75 साल पहले सिंगापुर में हुआ था।