8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Chamki Bukhar से अब तक 128 बच्चों की मौत, सवालों से भाग रहे सीएम नीतीश कुमार

Chamki Bukhar से अबतक 128 बच्चों की मौत नीतीश कुमार और सुशील मोदी ने साधी चुप्पी

2 min read
Google source verification

image

Chandra Prakash Chourasia

Jun 19, 2019

Nitish Kumar

Chamki Bukhar से अब तक 128 बच्चों की मौत, सवालों से भाग रहे सीएम नीतीश कुमार

नई दिल्ली। हिंदुस्तान की सियासत में अहम किरादार निभाने वाले बिहार में Encephalitis और chamki bukhar मौत का दूसरा नाम बन चुका है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक इससे अब तक 128 बच्चों की मौत हो चुकी है। Muzaffarpur और दूसरे जिलों में बीमारी कहर कुछ इस तरह टूटा है कि सूबे के मुखिया की बोलती बंद हो गई है। मीडिया को देखते ही ये अपना रास्ता बदल दे रहे हैं।

Chamki Bukhar से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने नीतीश कुमार को दिया ऑफर

मौत के सवाल पर सन्नाटे में सुशासन बाबू

बिहार के सीएम नीतीश कुमार को बुधवार को दिल्ली में थे। केंद्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सुशासन बाबू अपनी पार्टी जेडीयू का प्रतिनिधत्व कर रहे थे। बैठक खत्म होने के बाद जब उनसे बिहार में मासूमों के मौत पर सवाल हुआ तो नीतीश कुमार सन्नाटे में चले गए। मीडिया के सवालों को अनसुना कर गाड़ी का शीशा ऊपर करते हुए चलते बने।

कश्मीर में नहीं रोक सकते छिटपुट आतंकी हमले, अमरीका और फ्रांस भी इसमें फेल: राज्यपाल

सुशील मोदी ने भी सवालों से किया किनारा

दूसरी ओर डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी बुधवार को चमकी बुखार को लेकर पूछे गए सवाल से बचते नजर आए। मीडिया की ओर से जब बार बार मुजफ्फरपुर में मौत को लेकर सवाल हुआ तो मोदी ने कहा कि मैंने पहले आपको बता दिया था, ये बैंकर समिति की बैठक है और ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ इसी विषय के लिए आयोजित की गई है। बैंक से जुड़े मुद्दे पर अगर आप पूछेंगे तो जवाब मिल पाएगा।

'Dawood Ibrahim एक नंबर का डरपोक, तुरंत कबूल कर लिया अपना गुनाह'

नहीं थम रहा मौत का आंकड़ा

बिहार एकीकृत रोग निगरानी टीम ने बुधवार को बच्चों के मौत पर नए आंकड़े जारी किए। जिसके मुताबिक शाम 7 बजे तक 128 मौत हो चुकी थी। इससे कुछ ही देर पहले बिहार के स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार बताया था कि 113 मौतें हुई हैं। इसमें से 91 राजकीय श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच), 16 निजी केजरीवाल अस्पताल (दोनों मुजफ्फरपुर में), दो पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज में और चार अन्य जिलों में हुई हैं।

अस्पताल से नहीं लौट रहे जिंदा बच्चे

कुल मिलाकर अस्पताल जाने वाला बीमार बच्चा किस्मत का धनी हुआ तभी, जिंदा लौट रहा है वरना लौटती है उसकी लाश। लेकिन डॉक्टर और स्वास्थ्य अधिकारी अभी भी बीमारी की सटीक प्रकृति और सटीक कारण के बारे में अंधेरे में हैं।

मोदी सरकार 2.0 का भ्रष्टाचार पर दूसरा वार, 15 वरिष्ठ अधिकारियों को किया जबरन रिटायर

नेताओं के हंसी-ठहाके पर फूटा कुमार का गुस्सा

इसे पूरे घटनाक्रम के बीच लोकसभा में हंसी और ठहाकों का माहौल है। बुधवार को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले का संबोधन दिनभर सुर्खियों में रहा। मुजफ्फरपुर में मौत और संसद में हंसी मजाक देखकर कवि और आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास का गुस्सा फूटा है। कुमार ने अठावले का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, आज हमारी संसद में 'हवा' के साथ होने पर मिली सफलता के विषय में बहुत जरूरी और गंभीर चर्चा हुई ! हर दल के नेता इस चर्चा पर बहुत ठहाका लगा-लगाकर खुश हुए। 200 बच्चों की हो चुकी और लगातार हो रही मौतों के बीच ! आइए अपनी-अपनी पार्टी के नेताओं के चिंटू बनकर बचाव के कुतर्क गढ़ें।