यूपीए बताए एचएएल से समझौता क्यों नहीं हुआ: रक्षा मंत्री
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की क्षमता को लेकर उठे सवाल पर रक्षा मंत्री ने कहा कि यूपीए सरकार के वक्त रफाल समझौता हो ही नहीं पाया था और न ही एचएएल और दसॉल्ट के बीच उत्पादन को लेकर सहमति बन पाई। सिर्फ इसी वजह से रफाल और एचएएल के बीच समझौता नहीं हो पाया। अब कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को जवाब देना चाहिए कि वे पिछली डील में भारतीय वायुसेना और एचएएल के हितों का ख्याल क्यों नहीं रखी थी।
रक्षा मंत्रालय से 9100 करोड़ की खरीदारी को मंजूरी, पानी के अंदर भी टी-90 टैंक करेगा दुश्मन का सफाया
126 की जगह 36 रफाल क्यों खरीदा: एंटनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फ्रांस से खरीदे जाने वाले रफाल लड़ाकू विमानों की संख्या घटाकर 36 करने पर ‘राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा तैयारियों के साथ गंभीर समझौता’ करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान संदर्भ में, खतरे की धारणा में काफी वृद्धि हुई है और आईएएफ को पहले के मुकाबले 126 लड़ाकू विमानों से ज्यादा विमानों की जरूरत है। हालांकि जरूरतों को पूरा करने के स्थान पर, मोदी सरकार केवल 36 रफाल लड़ाकू विमानों का आर्डर देकर राष्ट्रीय सुरक्षा और हवाई युद्ध की तैयारियों को खतरे में डाल रही है।