अलका लांबा की शिकायत नहीं करने पर पुलिस ने आरोपी को छोड़ा
अलका लांबा द्वारा कोई औपचारिक शिकायत नहीं किए जाने के कारण पुलिस ने हरमेश को छोड़ दिया है। पुलिस द्वारा छोड़े जाने के बाद हरमेश पार्टी के कुछ अन्य कार्यकर्ताओं और विक्रम बद्धवार के साथ चांदनी चौक में विभिन्न जगहों पर गए। चांदनी चौक में रहने वाले सुभाष चक्रवर्ती ने कहा “विक्रम ने हम सब लोगों से हरमेश का परिचय आम आदमी पार्टी के स्थापित हो रहे नेता के तौर पर करवाया।”
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हालांकि, आम आदमी पार्टी के भीतर इसके खिलाफ आवाज भी उठने लगी है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता नरेन भीकू राम जैन ने कहा “हमारी राजनीति, शुचिता की राजनीति है। हमारे कार्यकर्ता हरमेश ने जिस प्रकार के शब्द बोले हैं, उसका हम कभी समर्थन नहीं कर सकते। हम राजनीति में महिलाओं का सम्मान बचाने के लिए आए हैं। पार्टी के आदर्शो को ध्यान में रखा जाना चाहिए। महिलाओं के खिलाफ बात करने वालों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए।”
आरोपी ने अलका लांबा के साथ किया था अभद्रता
जैन ने कहा कि पार्टी को ऐसे किसी कार्यकर्ता या नेता का समर्थन नहीं करना चाहिए जो महिलाओं का सम्मान न करता हो। हरमेश पर आरोप है कि उन्होंने आठ फरवरी को मतदान के दौरान पुलिस और कैमरों की मौजूदगी में अलका लांबा पर अभद्र टिप्पणी की थी। इसके बाद कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के समर्थकों के बीच मतदान केंद्र के बाहर ही हाथापाई तक की नौबत आ गई थी।
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अलका लांबा ने आप पार्टी पर साधा निशाना
घटना शनिवार को चांदनी चौक स्थित मजनू टीला मतदान केंद्र के बाहर हुई। कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा यहां एक बूथ का निरीक्षण करने गई थीं। पोलिंग बूथ से बाहर आने पर उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार प्रह्लाद सिंह साहनी के बेटे पूरन सिंह साहनी व आम आदमी पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं से हुई। इस दौरान लांबा ने हाथ जोड़कर आप नेताओं से कहा, “मेरी ओर से आपके लिए शुभकामनाएं हैं।”
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर अलका लांबा ने कहा, “हरमेश यादव को मैं बहुत अच्छी तरीके से जानती हूं। उसने मुझे सबके सामने गालियां दीं। उसने इतने गंदे शब्द बोले जिन्हें मैं बता भी नहीं सकती। (मुख्यमंत्री) केजरीवाल एक ओर महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा के लिए कैमरे लगाने जैसी बातें कहते हैं और दूसरी ओर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणियां और गालियां देने वालों को प्रोत्साहित कर रहे हैं।”