
National Conference Leader Farroq Abdullah
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) में टारगेट किलिंग ( Target Killing ) को लेकर दहशत का माहौल है। आम लोग में डर है, पता नहीं कब कौन आ जाए, उनकी आईडी चेक करे और फिर हत्या। अल्पसंख्यकों की हत्याओं को लेकर आतंकियों के खिलाफ एक तरफ सरकार कड़े कदम उठा रही है तो दूसरी तरफ राजनेताओं के भी बयान सामने आ रहे हैं।
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस ( National Conference ) के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला का बड़ाय बयान सामने आया है। फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि बेगुनाहों की हत्या करने वाले आतंकियों का नरक में इंतजार हो रहा है।
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फारूक अब्दुल्ला ने एक मीडिया संस्थान से बातचीत में कहा कि, कट्टरपंथी लोगों को भी यह बात समझनी चाहिए कि इस्लाम निर्दोष लोगों को हत्या की इजाजत नहीं देता है। ये लोग गलत कर रहे हैं और इनका नरक में इंतजार हो रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ ने कश्मीर में हिंसा की वापसी के सवाल पर कहा कि हम लंबे समय समय से इसके बारे में सोच रहे थे, जिस पल आर्टिकल 370 हटाया गया, हमें लगा कि चीजें ठीक नहीं होंगी, हालात ज्यादा बिगड़ेंगे और हुआ भी वैसा ही । अब हालात बदतर हो गए हैं।
घाटी में लगातार बढ़ रही हत्याएं
अब्दुल्ला ने कहा कि सिर्फ सात लोगों की हत्या नहीं है, 28 लोगों की हत्या हो चुकी है, जिसमें 21 मुस्लिम लोग भी शामिल थे।
यह पहले से चलता आ रहा है। लोग अब आवाज उठा रहे हैं जब गैर मुस्लिम लोगों को निशाना बनाया गया है।
बता दें कि घाटी में हो रही टारगेट किलिंग को लेकर सरकार सख्त नजर आ रही है। कई आला अधिकारियों को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर भेजा है, जबकि एनआईए की ओर से लगातार छापेमारी जारी है। बीते पांच दिनों में एनआईए ने कई इलाकों में ताबड़तोड़ छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया है।
दरअसल एजेंसियां ऐसे स्थानीय लोगों की पहचान में जुटी हैं, जो आतंकियों को घुसपैठ और फिर दहशत फैलाने में मदद कर रहे हैं।
Published on:
13 Oct 2021 10:10 am
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