दरअसल 10 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर में माहौल बिगाड़ने के आरोप में एक केस दर्ज किया गया था। इस FIR को लेकर ही अब एजेंसी ने कार्रवाई शुरू की है। एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक टेरर फंडिंग और आतंकी संगठन TRF को मदद करने वाले हर ओवरग्राउंड वर्कर की जांच की जाएगी। एनआईए की छापेमारी शोपियां, पुलवामा और श्रीनगर में चल रही है।
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Jammu Kashmir: घाटी में सेना का बड़ा एक्शन, 24 घंटे में तीन एनकाउंटरों में पांच आतंकी ढेर अधिकारी के मुताबिक जो लोग पाकिस्तानी आतंकवादियों की घाटी में दहशत फैलाने में मदद करते रहे हैं। ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें दबोचा जाएगा।
भारतीय एजेंसियों के मुताबिक टीआरएफ लश्कर-ए-तैयबा का ही एक नया रूप है, जिसे नए नाम से लॉन्च किया गया है। हाल ही में घाटी में हुए आतंकी हमलों की जिम्मेदारी भी रेजिस्टेंस फोर्स ने ली थी।
यही नहीं जांचकर्ताओं का कहना है कि जून में 5.5 किलोग्राम आईईडी मिलने के मामले में भी टीआरएफ का ही हाथ था। यह भी पढ़ेँः
Jammu Kashmir: आतंकियों के साथ एनकाउंटर में 1 JCO समेत 5 जवान शहीद यह विस्फोटक ड्रोन का इस्तेमालल करते हुए जम्मू के बठिंडी इलाके में गिराया गया था। इसके साथ ही NIA ‘वॉयस ऑफ हिंद’ नामक एक ऑनलाइन मैगजीन के पीछे आईएसआईएस के नेतृत्व वाली टीम का भंडाफोड़ करने के उद्देश्य से जम्मू और कश्मीर में छापेमारी कर रही है।
हाल में एनआईए ने छापेमारी के साथ ही कई लोगों को हिरासत में भी लिया है और इनसे भी पूछताछ की जा रही है। इसमें 70 से ज्यादा युवा शामिल हैं। एनआईए पिछले कई दिनों से आतंकी ठिकानों और उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए छापेमारी का अभियान चला रही है। रविवार को भी राष्ट्रीय एजेंसी ने कश्मीर घाटी में कई स्थानों पर छापेमारी की और द रेजिस्टेंस फ्रंट ( TRF ) के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया।