
जम्मू-कश्मीर के लद्दाख में भाजपा को बड़ा झटका, पांच काउंसलर ने अचानक छोड़ दी पार्टी
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। साथ ही जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने पर चर्चा हो रही है। लेकिन, उससे पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। लद्दाख में अचानक पांच काउंसलर ने पार्टी छोड़ दी है। इस खबर के आते ही जम्मू-कश्मीर भाजपा में हड़कंप मच गया है और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष रवीन्द्र उन्हें मनाने में जुट गए हैं।
पांच काउंसलर ने भाजपा से दिया इस्तीफा
दरअसल, यह सारा खेल लद्दाख को यूनियन टेरेटरी बनाने की मांग को लेकर है। क्योंकि, सबसे पहले इस मामले को लेकर के सांसद छिवांग थुप्स्तन ने पद और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। अब उसी मांग को लेकर पूर्व चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसलर दोरजे मोटुप समते पांच काउंसलर ने इस्तीफा दे दिया है। भाजपा ने स्थानीय निकाय चुनाव में लेह म्यूंसिपल काउंसिल की सभी कांग्रेस के हाथों हारने के बाद दोरजे मोटुप को चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसलर के पद से हटा दिया था। उनकी जगह युवा नेता जाम्यिांग सीरिंग नाम्गयाल को चीफ एग्जीक्यूटिव काउंसलर बना दिया गया था। अब मोटुप और चार अन्य काउंसलरों ने भाजपा हाईकमान पर क्षेत्र के हितों और नेताओं को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ दी है। काउंसलरों का यह भी आरोप है कि पार्टी ने थुप्सतान छिवांग को मनाने के लिए कुछ नही किया।
पांचों काउंसलर को मनाने में जुटी भाजपा
इधर, इस्तीफा देने वाले काउंसिलरों को मनाने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र उन्हें इस्तीफा वापस लेने के लिए राजी कर रहे हैं। पार्टी ने इन इस्तीफों को गंभीरता से लिया है। यह स्पष्ट संकेत है कि यूनियन टेरेटरी की मांग को केंद्र सरकार के नजरअंदाज करने के बाद क्षेत्र में रोष बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह है कि इन पांचों को पार्टी नेता मनाने में कामयाब होते हैं या फिर भाजपा को बड़ा झटका लगता है।
Updated on:
04 Jan 2019 03:21 pm
Published on:
04 Jan 2019 01:48 pm
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