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किसानों और सरकार के बीच 7 मांगों पर सहमति, धरना जारी रहेगा- भारतीय किसान यूनियन

किसानों की 11 मांगों में से 7 मांगें सरकार ने मान ली है। लेकिन किसान नेता इससे संतुष्ट नही हैं।

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गृहमंत्री राजना​थ सिंह के घर किसानों की बैठक खत्म, दोनों के बीच 7 मांगों पर सहमति

नई दिल्ली। किसानों की 11 मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन और सरकार के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर बैठक हुई। बैठक में सरकार और किसानों के बीच सात मांगों पर सहमति बनी है। बैठक के बाद किसानों के बीच पहुंचे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कहा कि फसल बीमा और किसान क्रेडिट का मुद्दा उठा है।जिसे जीएसटी काउंसिल में उठाया जाएगा। किसानों की मांग पूरी करने के लिए कमेटी गठित की जाएगी। शेखावत ने कहा कि सहमति वाले मुद्दों का ऐलान किया गया है । 7 मांगों पर सहमति बनी है। उन्होंने कहा कि पुराना ट्रैक्टर चलाने की अनुमति दी गई है। साथ ही खेती से नरेगा को जोड़ने पर भी चर्चा की गई है।

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केंद्र सरकार में कृषि मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किसान नेताओं समेत यूपी गन्ना मंत्री सरेश राणा व लक्ष्मी नारायण सिंह के साथ बातचीत की है। इस दौरान किसान मांगों से जुड़ी कई बातों पर विचार किया गया है। वहीं किसान यूनियन के नेता युद्धवीर सिंह ने कहा कि हमने 11 मांगें सरकार के सामने रखे हैं। जिसमें सरकार 7 मांगों पर सहमति जताई है। लेकिन 4 मांगों पर बातचीत नहीं बन पाई है। अगली बैठक में इस पर चर्चा करने की बात कही गई है। किसान नेता युद्वीर सिंह ने कहा कि सरकार किसानों के मुख्य मुद्दे - C2+50 , कर्जमाफी समेत कई अहम मुद्दों पर स्पष्ट नहीं हो पा रही। ऐसे में किसानों की समस्या दूर नहीं होगी।

किसानों का धरना जारी रहेगा-टिकैत

वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने सराकर के फैसले पर नाराजगी जताई। राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का धरना खत्म नहीं हुआ है। क्योंकि सरकार ने अहम मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं की है। किसान इन 7 मांगों से संतुष्ट नहीं है। अगर किसान संतुष्ट होते तो जयकारे लगाते । किसानों का धरना जारी रहेगा।

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आपको बता दे कि हजारों किसानों के आंदोलन ने मंगलवार को उस समय हिंसक रूप धारण कर लिया जब दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर उन्होंने बेरीकेडिंग तोड़ने राजधानी दिल्ली में जबरन प्रवेश करने का प्रयास किया था। इसके बाद पुलिस बल ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए उन पर बल का प्रयोग किया था। फोर्स ने किसानों को खदेड़ने के लिए पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया था। किसानों पर पुलिस के लाठीचार्ज की आलोचना भी शुरू हो गई है।

राहुल ने मोदी सरकार पर कसा तंज

राजनीतिक दलों ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर करारा हमला बोला। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि केंद्र सरकार का दो साल का अहिंसा पर्व किसानों की पिटाई से शुरू हुआ है। 'विश्व अहिंसा दिवस पर BJP का दो-वर्षीय गांधी जयंती समारोह शांति पूर्वक दिल्ली आ रहे किसानों की बर्बर पिटाई से शुरू हुआ। अब किसान देश की राजधानी आकर अपना दर्द भी नहीं सुना सकते।'