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जेएनयू चुनाव: अध्यक्षीय परिचर्चा पर टिकी सबकी नजर, एजेंडे में फीस बढ़ोतरी और छात्रवृत्ति जैसे अहम मामले

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के चुनावों के लिए चुनाव के लिए प्रचार पूरे जोर पर है।

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Mohit sharma

Sep 12, 2018

JNU Student Union elections

जेएनयू चुनाव: अध्यक्षीय परिचर्चा पर टिकी सबकी नजर, एजेंडे में फीस बढ़ोतरी और छात्रवृत्ति जैसे अहम मामले

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के चुनावों के लिए चुनाव के लिए प्रचार पूरे जोर पर है। इस बीच सभी का फोकस बुधवार रात को होने वाली अध्यक्षीय परिचर्चा पर टिका है। इस परिचर्चा का जेएनयू छात्रसंघ चुनाव में विशेष महत्व है। परिचर्चा में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे सभी प्रत्याशी अपना एजेंडा छात्र-छात्राओं के सामने रखते हैं। इस दौरान छात्रों की ओर से प्रत्याशियों से सवाल पूछे जाते हैं। इन सवालों में छात्रवृति से लेकर फीस स्ट्रक्चर और स्टूडेंटस वेलफेयर से जुड़े अन्य मामले जुड़े रहते हैं। आपको बता दें कि यह परिचर्चा जेनएयू परिसर में रात 10 बजे शुरू होगी।

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फीस बढ़कर लाखों रुपयों तक पहुंच जाएगी

दरअसल, इस बार चार वाम एकता के तहत आइसा, डीएसएफ, एसएफआइ और एआइएसएफ छात्र संगठन मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। वाम एकता ने अध्यक्ष पद के लिए आइसा के एन सार्इं बालाजी को चुनावी मैदान में उतारा है। बालाजी के एजेंडे में विद्यार्थियों का हित सर्वोपरी है। बालाजी के अनुसार जेएनयू को जो स्वायत्तता दी गई है, वह एक छात्र विरोधी कदम है और वह उसके लिए संघर्ष करेंगे। उनका कहना है कि इसका असर यह होगा कि फीस बढ़कर लाखों रुपयों तक पहुंच जाएगी। वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ललित पांडेय को अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी चुना हैै। ललित पांडेय के निशाने पर वाम हैं।

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छात्रों की आम समस्याओं को लेकर उदासीन रवैया

एबीवीपी प्रत्याशी का कहना है कि जो वाम संगठन अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बढ़ चढ़ कर बोलते हैं वो परिसर में छात्रों की आम समस्याओं को लेकर उदासीन रवैया अख्तियार किए रहते हैं। इसलिए उनका चुनावी मुद्दा कुछ और नहीं बल्कि आम विद्यार्थियों को होने वाली समस्याएं हैं। वो अपने एजेंडे में हॉस्टल की फीस में बढ़ोतरी और इंटरनेट की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने की मांग उठाएंगे।