
Bangalore is number one position in investment : Desh Pandey
नई दिल्ली। कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में दोबारा चुनाव लड़ रहे 184 विधायकों की संपत्ति में 2013 में हुए विधानसभा चुनाव से लेकर अबतक 64 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इन विधायकों द्वारा दाखिल शपथ पत्र के विश्लेषण से मंगलवार को यह जानकारी मिली। गैर सरकारी संगठन, एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म्स(एडीआर) की एक रपट के अनुसार, इनमें से पांच सबसे अमीर विधायक सत्तारूढ़ कांग्रेस के हैं, जिनकी संपत्ति में 2013 विधानसभा चुनाव के बाद 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की वृद्धि हुई है।
स्वतंत्र उम्मीदवार समेत विभिन्न पार्टियों से दोबारा चुनाव लड़ रहे इन 184 विधायकों की औसत संपत्ति 2013 में 26.92 करोड़ थी, जो कि अब 44.24 करोड़ रुपये हो गई है। इस तरह इन विधायकों की औसत संपत्ति में 17.31 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।पांच विधायक जिनकी संपत्ति में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का इजाफा हुआ है, वे डी.के. शिवकुमार, एन. नागराजु, शामानूर शिवशंकरप्पा, प्रियकृष्ण और देशपांडे रघुनाथ विश्वनाथ हैं। सभी विधायक कांग्रेस के हैं।शिवकुमार ने 2013 में 251 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की थी, जोकि बढ़कर अब 840 करोड़ रुपये हो गई है। इस दौरान उनकी संपत्ति में 588 करोड़ रुपये(170 प्रतिशत) का इजाफा हुआ।
नागार्जुन ने 2013 में अपनी संपत्ति 470 करोड़ रुपये दिखाई थी, जो कि बढ़कर 1,015 करोड़ रुपये(116 प्रतिशत) हो गई। शिवशंकरप्पा ने 2013 में अपनी संपत्ति 67 करोड़ रुपये बताई थी, जोकि अब 183 करोड़ रुपये है। इनकी संपत्ति में 170 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। प्रियकृष्ण ने 2013 में अपनी संपत्ति 910 करोड़ रुपये बताई थी, जोकि अब बढ़कर 1,020 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं इस दौरान विश्वनाथन की संपत्ति 113 करोड़ रुपये से बढ़कर 215 करोड़ रुपये हो गई है।
कांग्रेस से दोबारा चुनाव लड़ रहे 108 प्रत्याशियों की संपत्ति में 2013 के मुकाबले 66 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, वहीं भाजपा के दोबारा चुनाव लड़ रहे 49 प्रत्याशियों की संपत्ति में 65 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। जनता दल (सेकुलर) के दोबारा चुनाव लड़ रहे 24 प्रत्याशियों की संपत्ति में 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
Published on:
08 May 2018 08:03 pm
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