
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी खींचतान का आखिरकार अंत होता दिख रहा है। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की थी। जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी है।
बता दें कि आज कैबिनेट ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपित शासन लगाने की सिफारीस की थी। लेकिन अभी भी महाराष्ट्र में सरकार बनाने का विकल्प अभी खत्म नहीं हुआ है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपनी ब्रिक्स यात्रा से पहले कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। आज हुई बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई थी। इसके बाद मोदी कैबिनेट ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी।
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कैबिनेट की अनुशंसा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेज दिया गया था। जिसके बाद राष्ट्रपति ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की सिफारिश को मंजूदी दे दी।
6 महीने के लिए लगा राष्ट्रपति शासन
महाराष्ट्र में 6 महीने के लिए राष्ट्रपति शासन लगा है। राष्ट्रपति शासन लगने के साथ ही वहां कि विधानसभा निलंबित स्थिति में आ गई है। लेकिन इस बीच कोई भी पार्टी या गठबंधन आकड़ों का पहले से जुगाड़ करती है तो 6 महीने से पहले राष्ट्रपति शासन को खत्म किया जा सकता है।
क्या कहा राज्यपाल ने
गौरतलब है कि राज्यपाल कोश्यारी ने अपनी अनुशंसा में कहा था कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोई संवैधानिक व्यवस्था नहीं है, इसलिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। गवर्नर की रिपोर्ट में कहा गया कि इतने दिनों में मुझे किसी भी दल की सरकार बनाने की कोई संभावना नहीं लगी। उनकी तरफ से राज्य में सरकार गठन को लेकर पूरी कोशिश की गई थी।
Updated on:
12 Nov 2019 10:19 pm
Published on:
12 Nov 2019 05:44 pm
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