
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना नेता मनोहर जोशी के बयान से सियासी बखेड़ा खड़ा हो गया है।
वहीं, शिवसेना ने इसे उनका निजी बयान बताया है। शिवसेना नेत्री नीलम गोरे ने कहा कि मनोहर जोशी ने भाजपा को लेकर जो बयान दिया है, वह पार्टी का अधिकारिक बयान नहीं है।
नीलम ने कहा कि यह पूरी तरह से उनका निजी बयान है। उन्होंने कहा कि इस पीढ़ी के नेताओं में इस तरह की भावनाओं का होना स्वाभाविक है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष को लेकर लगभग एक महीने तक चले सियासी ड्रामे बाद शिवसेना ने भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़कर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई है।
लेकिन इस बीच शिवसेना नेता मनोहर जोशी के भाजपा के साथ जाने को लेकर आए बयान ने महाराष्ट्र में एक बार फिर सियासी बाजी पलटने के संकेत दिए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर जोशी ने संकेत दिया है कि निकट भविष्य में भाजपा और शिवसेना फिर से एक साथ आ सकते हैं।
हालांकि उन्होंने इसका फैसला पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे पर छोड़ दिया। गौरतलब है कि मनोहर जोशी का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब मंगलवार को नागरिकता संशोधन बिल (कैब) पर शिवसेना और कांग्रेस के बीच गतिरोध दिखाई दिया।
हालांकि, इस बीच शिवसेना ने यह कहते हुए गतिरोध को शांत कर दिया कि सब कुछ स्पष्ट होने तक वह कैब का समर्थन नहीं करेगी।
Updated on:
11 Dec 2019 08:38 am
Published on:
11 Dec 2019 08:32 am
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
