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महाराष्ट्र में सरकार बनने का सस्पेंस खत्म, शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री, NCP-कांग्रेस के 14-12 होंगे मंत्री

शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस में सरकार बनाने पर फॉर्मूला तय विधानसभा अध्यक्ष कांग्रेस का होगा- सूत्र महाराष्ट्र में सरकार बनने के लिए शिवसेना का मुख्यमंत्री होगा

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नई दिल्ली। लंबी जदोजहद और कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार महाराष्ट्र में सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। शिवसेना-NCP और कांग्रेस सरकार बनाने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र में शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस का फॉर्मूला तय हो गया है। न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत तीनों दल गठबंधन की सरकार बनाने जा रहे हैं। सरकार बनने के बाद शिवसेना के मुख्यमंत्री होंगे।

वहीं दो डिप्टी सीएम भी बनाया जाएगा। 14-14 और 12 फॉर्मूले पर मंत्री होंगे। यानी एनसीपी को 14 और कांग्रेस को 12 मंत्रीपद मिलेगा।

17 नवंबर को सरकार बनाने का ऐलान

सूत्रों की मानें तो 17 नवंबर को सरकार बनने का ऐलान होगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बालासाहब की पुण्यतिथि पर सरकार बनने की घोषणा की जाएगी। वहीं 19 नवंबर को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की दिल्ली में मुलाकात होने जा रही है।

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शिवसेना का होगा मुख्यमंत्री

सूत्रों ने बताया कि विधानसभा अध्यक्ष शिवसेना के होंगे वहीं गृह मंत्रालय NCP के पास रहेगा । गौरतलब है कि पिछले एक हफ्ते से सरकार बनाने को लेकर शिवसेना, NCP-कांग्रेस के बीच मंथन चल रहा है। गुरुवार को दिनभर तीनों दलों की मैराथन बैठकें चल रही है।

तीनों दलों के बीच कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (सीएमपी) को लेकर सहमति बन गई है। हालांकि ड्राफ्ट के मुताबिक आखिरी फैसला सोनिया गांधी और उद्धव ठाकरे लेंगे। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस फैसले पर मुहर लग जाएगी।

कॉमन मिनिमम प्रोग्राम में हिंदुत्व का मुद्दा नहीं

सूत्रों के मुताबिक तीनों दलों के बीच हुई सहमति में हिंदुत्व के मुद्दा को शामिल नहीं किया गया है। लेकिन युवाओं और किसानों पर फोकस करने पर योजना बनी है। समझौते में शिवसेना ने विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग की है । वहीं कांग्रेस-एनसीपी मुसलमानों को 5 फीसदी आरक्षण देने की मांग कर रही है।

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राष्ट्रपति शासन लागू

बता दें कि महाराष्ट्र में अभी राष्ट्रपति शासन लगा है। सरकार बनाने के लिए सभी दलों के बीच जोर आजमाइश जारी है। तमाम पार्टियां लगातार बैठकें कर रही हैं। लेकिन अभी तक सहमति किसी पर नहीं बनी है।