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कांग्रेस के नानाभाऊ पटोले बने विधानसभा स्पीकर, निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष बने

महाविकास अघाड़ी ने नाना पटोले को बनाया उम्मीदवार बीजेपी की ओर से किशन कथोरे मैदान में हैं गुप्‍त मतदान के जरिए होगा स्‍पीकर का चुनाव

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नई दिल्‍ली। रविवार को महाराष्ट्र विधानसभा में उद्धव सरकार के सामने लगातार दूसरे दिन अग्निपरीक्षा से गुजरने की चुनैती है। आज विधानसभा में स्पीकर का चुनाव होना है। महा विकास अघाड़ी ने कांग्रेस के नाना पटोले को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं बीजेपी की ओर से किशन कथोरे मैदान में हैं। बीजेपी ने सर्वसम्‍मति से गठबंधन के उम्‍मीदवार को स्‍वीकार करने से इनकार कर दिया।

इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा में तमाम हंगामा और हो हल्ला के बीच शनिवार को उद्धव ठाकरे ने अपनी पहली अग्निपरीक्षा पास की। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अगुवाई में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने शनिवार को यहां 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में विश्वास मत हासिल कर लिया। उद्धव सरकार को 288 में से 169 मत मिले।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 105 विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट किया, जबकि चार विधायक तटस्थ रहे और उन्होंने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। लेकिन आज उद्धव सरकार की दूसरी परीक्षा है।
आज महाराष्ट्र में स्पीकर का चुनाव होना है। महा विकास अघाड़ी की तरफ से एनसीपी विधायक नाना पटोले स्पीकर पद के प्रत्याशी हैं, जबकि बीजेपी ने किशन कथोरे को स्पीकर पद का प्रत्याशी बनाया है। स्पीकर का चुनाव गुप्त मतदान के जरिए होना है और उसके बाद शाम 4 बजे राज्यपाल सदन को संबोधित करेंगे।

स्पीकर के चुनाव के अलावा अब उद्धव सरकार के कैबिनेट का भी विस्‍तार होना है। माना जा रहा है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में उद्धव सरकार का कैबिनेट विस्तार होगा, जिसमें 14 मंत्री शपथ ले सकते हैं। सूत्रों के अनुसार उद्धव सरकार में सीएम समेत शिवसेना के कुल 16 मंत्री, एनसीपी के 15 मंत्री और कांग्रेस के 12 मंत्री शामिल होंगे।
जानकारी के मुताबिक शिवसेना को शहरी विकास, आवास, सिंचाई और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम मंत्रालय मिलेगा। एनसीपी के खाते में गृह, वित्त योजना, बिजली और वन पर्यावरण मंत्रालय आएगा। जबकि कांग्रेस को राजस्व, पीडब्ल्यू, और उत्पाद शुल्क मंत्रालय मिलने की संभावना है। उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय को लेकर अभी निर्णय नहीं हुआ है।

महा विकास अघाड़ी बेहद फूंक-फूंक कर कदम रख रही है, क्योंकि उसे मालूम है कि तीनों दलों में से एक भी नाराज हुआ तो मामला बिगड़ जाएगा।