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सुषमा स्वराज का बड़ा खुलासा, पीएम मोदी ने वुहान दौरे पर ही सुलझा लिया था डोकलाम विवाद

Published: Aug 01, 2018 08:24:16 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पीएम मोदी के वुहान समिट में शामिल होने से सुलझे डोकलाम विवाद की जानकारी दी है।

Doklam issue

सुषमा स्वराज का बड़ा खुलासा, पीएम मोदी ने वुहान दौरे पर ही सुलझा लिया था डोकलाम विवाद

नई दिल्ली: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पीएम मोदी के हाल ही के वुहान दौरे पर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि डोकलाम में यथास्थिति बनी हुई है और यह मुद्दा कूटनीतिक परिपक्वता के साथ सुलझा लिया गया है। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सुगता बोस के सवाल का जवाब देते हुए सुषमा ने कहा कि अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान में हुई अनौपचारिक मुलाकात से ‘ठोस उपलब्धियां’ हासिल हुईं। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर में भारत की स्पष्ट नीति है कि वहां स्वतंत्र रूप से नौवहन की इजाजत होनी चाहिए।

परिपक्वता से सुलझा डोकलाम विवाद

सुषमा स्वराज ने कहा कि जहां तक डोकलाम का सवाल है, मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह रही हूं कि यह कूटनीतिक परिपक्वता के साथ सुलझा लिया गया है। सेना के आमने-सामने वाली जगह(फेसऑफ साइट) पर यथास्थिति बनी हुई है और यहां एक इंच भी बदलाव नहीं हुआ है। बोस ने पूछा कि क्या चीनी राष्ट्रपति के साथ मोदी की बातचीत के दौरान डोकलाम मुद्दा उठाया गया था।

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पीएम मोदी-शी की मुलाकात से सुलझा विवाद

विदेश मंत्री ने कहा कि वुहान में बनी सहमति में डोकलाम की स्थिति के बारे में भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने अपनी सशस्त्र सेनाओं को स्थानीय स्तर पर गलतफहमी और मतभेद समाप्त करने और इसे नहीं बढ़ाने के निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि वुहान बैठक में दोनों देशों के बीच ‘लोगों से लोगों के संबंध’ को बढ़ाने के बारे में भी चर्चा हुई और चीन के विदेश मंत्री वर्ष के अंत में भारत आएंगे। ‘इसलिए, यह एक ठोस उपलब्धि है।’

सभी उद्देश्यों में सफल हुआ भारत

प्रधानमंत्री के चीन दौरे पर सुषमा ने कहा कि उन्होंने वुहान बैठक से पहले प्रस्तावना बैठक के लिए चीन का दौरा किया था और यह निर्णय लिया गया था कि दोनों नेता किसी एक मुद्दे पर चर्चा नहीं करेंगे, ताकि वे मुक्त होकर चर्चा कर सकें। उन्होंने कहा, ‘चूंकि कोई निश्चित एजेंडा नहीं था, इसलिए डोकलाम के बारे में उल्लेख करने का कोई सवाल नहीं था।’ मंत्री ने कहा कि सम्मेलन का तीन उद्देश्य था -दोनों नेताओं के बीच सहजता का स्तर, साझा समझ और साझा विश्वास को बढ़ाना। उन्होंने कहा कि मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकती हूं कि हम इन तीनों उद्देश्यों में सफल हुए।

विपक्ष ने की पीएम मोदी के बयान की मांग

तृणमूल कांग्रेस के नेता बोस और विपक्ष के अन्य सदस्यों ने कहा कि मोदी को डोकलाम और चीन से संबंधित अन्य मुद्दे पर जबाव देना चाहिए। मोदी उस वक्त सदन में मौजूद थे। जिसके बाद सुषमा ने हालांकि कहा कि वह इन प्रश्नों के उत्तर देने में पूरी तरह सक्षम हैं।

73 दिन आमने सामने थी दोनों देश की सेनाएं
बता दें कि पिछले वर्ष डोकलाम में दोनों देशों की सेनाएं 73 दिनों तक आमने-सामने थीं, जिसके बाद दोनों देशों ने अगस्त में अपनी सेनाओं को हटाने का फैसला किया।

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