
उमर अब्दुल्ला ने केंद्र पर लगाया दोहरी नीति पर चलने का आरोप।
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir) के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ( Former CM Omar Abdullah ) ने विदेश में फंसे भारतीयों को लाने और दूसरे राज्यों में प्रवासी मजदूरों ( Migrant Labour ) की घर वापसी के मुद्दे पर केंद्र सरकार के दोहरे रवैये पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देशभर में तीसरी बार लॉकडाउन ( Lockdown ) लागू होने से लाखों प्रवासी मजदूर अलग-अलग राज्यों में फंसे हैं। इन प्रवासी मजूदरों की घर वापसी के लिए गृह मंत्रालय ( Home Ministry ) ने गाइडलाइन जारी कर राज्य सरकारों से किराए व अन्य खर्च की मांग की है। लेकिन विदेश में फंसे भारतीयों को फ्री में इंडिया लाने की नीति पर चल रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ( Central Government ) की नीति समझ से परे है। केंद्र सरकार के पास प्रवासी मजदूरों को घर वापस भेजने के लिए पैसा नहीं है, लेकिन पैसे वालों को विदेश से इंडिया वापस लाने के लिए पैसा है। उन्होंने मोदी सरकार की इस नीति पर नाराजगी जताते हुए पूछा है कि आखिर पीएम केयर्स फंड का पैसा कहां गया? केंद्र सरकार इस बात की जानकारी दे।
पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा है कि अगर आप कोरोना वायरस ( coronavirus ) संकट में विदेश में फंसे हुए हैं तो सरकार आपको मुफ्त वापस लेकर आएगी, लेकिन किसी राज्य में कोई प्रवासी मजदूर फंसा है तो उसे सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) कॉस्ट के साथ पूरा खर्च उठाना होगा। अगर ऐसा है तो पीएम केयर्स फंड ( Pm Cares Funds ) कहां गया?
भाजपा अमीरों के साथ गरीबों के खिलाफ
अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों से किराए का पैसा मांगने पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ( SP Leader Akhilesh Yadav ) ने भी केंद्र सरकार को घेरा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार द्वारा पैसे लिए जाने की खबर बेहद शर्मनाक है। आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करने वाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ।
Updated on:
03 May 2020 04:30 pm
Published on:
03 May 2020 04:22 pm
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