
राजकोट। जाने माने फिल्म अभिनेता तथा बीजेपी सांसद परेश रावल ने रजवाड़ों की तुलना बंदरों से करने के अपने विवादास्पद बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने राजपूतों को नहीं बल्कि बंदर की तरह उछल कर पाकिस्तान की गोद में बैठ जाने वाले हैदराबाद के निजाम को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर उनके बयान से राजपूत समाज की भावना को जरा भी ठेस पहुंची है तो उन्हें इसके लिए खेद है और माफी मांगते हैं।
आपको बात दें कि शनिवार रात बीजेपी के चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में परेश रावल ने कहा था कि सरदार पटेल ने देश को एक करने के लिए बंदर जैसे रजवाड़ों को एक कर दिया था। इसके तत्काल बाद पद्मावती फिल्म के व्यापक विरोध के चलते चर्चा में आयी राजपूत करणी सेना ने उनका पुतला जलाने के कार्यक्रम की घोषणा कर दी थी। जिस पर तुरंत रावल ने प्रेस कांफ्रेंस बुला कर स्पष्टीकरण दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने हैदराबाद के निजाम को लेकर यह बात कही थी। राजपूत देश के गौरव है और उनके बारे में वह ऐसा बयान दे ही नहीं सकते।
इससे पहले गुजरात की चुनावी गहमागहमी के बीच रावल ने विरोधियों को लेकर भी विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने सुरेन्द्रनगर की एक सभा में कहा था कि कोई भी मोदी की ईमानदारी और देशभक्ति पर संदेह नहीं कर सकता। रावल ने आज मन की बात चाय के साथ कार्यक्रम के बाद कहा कि मोदी को किसी फिल्म स्टार की जरूरत नहीं है वह खुद ही सबसे बड़े सुपरस्टार हैं।
ट्वीट के जरिए राहुल पर साधा था निशाना
वहीं कुछ दिन पहले गुजरात कांग्रेस के यूथ विंग ने पीएम मोदी को लेकर एक विवादास्पद ट्वीट किया था। जिस पर परेश रावल ने जवाब देते हुए ट्वीट किया था कि हमारा चाय वाला आपके बार वाले से अच्छा है। हालांकि बाद में रावल ने ट्वीट को डिलिट कर माफी मांगी थी।
Updated on:
26 Nov 2017 09:45 pm
Published on:
26 Nov 2017 05:21 pm
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