नई दिल्ली।लोकसभा ( Lok Sabha ) में आजम खान ( SP MP Azam Khan ) की विवादित टिप्पणी पर शुक्रवार को एक बार फिर हंगामा शुरू हो गया। सदन में मौजूद तमाम दलों की महिला सांसदों ने आजम खान के बयान पर कड़ एतराज जताया। सभी सांसदों ने स्पीकर से ( Lok Sabha MP demand Azam Khan suspansion ) आजम खान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी ( bjp leader smriti irani ) ने कहा कि अब तक संसदीय कार्यवाही के दौरान किसी ने भी इस तरह की हिमाकत नहीं की। आजम खान आए दिन महिलाओं को गलत टिप्पणी करते रहते हैं। इस बार भी उन्होंने महिला पर गलत टिप्पणी की और फिर सदन से चले गए। ऐसे में उनकी लोकसभा सदस्यता खत्म कर देनी चाहिए।
आजम खान की बढ़ सकती है मुश्किल, रमा देवी ने की सदस्यता खत्म करने की मांगनिर्मला सीतारमण वित्त मंत्री निर्मला सीतारण ने सपा सांसद आजम खान की टिप्पणी को अशोभनीय बताया। उन्होंने कहा किसी को भी महिलाओं का अपमान करने का अधिकार नहीं है। आजम खान के खिलाफ इस अभद्र टिप्पणी को लेकर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कांग्रेसः महिलाओं का सम्मान होना चाहिए कांग्रेस की ओर से अधीर रंजन चौधरी ने भी आजम खान के बयान पर कड़ा विरोध जताया। सांसद अधीर रंजन ने कहा कि महिलाओं का सम्मान होना चाहिए। संसदीय कमेटी की जो कार्रवाई करेंगे हमें मंजूर होगी।
रविशंकर प्रसाद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजम खान ने आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। आजम खान माफी मांगें वरना उनके सदन से निलंबित किया जाए। मिमी चक्रवर्ती टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने भी सदन में आजम खान की टिप्पणी पर कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि महिला का अपमान करने के लिए उन पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
कन्नीमोझी डीएमके सांसद कन्नीमोझी ने भी आजम खान की ओऱ से रमा देवी पर दिए गए बयान पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि किसी महिला के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना निंदनीय है।
उन्हें ऐसी सजा मिले जिससे महिला सांसद के अपमान की किसी की हिम्मत न हो, इसके लिए आप सभी दलों की बैठक बुलाकर फैसला कीजिए। एनसीपी की सुप्रिया सुले ने आजम के बयान की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी भाषा किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं होनी चाहिए, क्योंकि आने वाली पीढ़िया इसका पालन करेंगे, उन्होंने कहा कि किसी को भी सदन में किसी महिला के बारे में ऐसी टिप्पणी का हक नहीं है।
Home / Political / आजम खान पर संसद में हंगामाः सांसदों की मांग, माफी मांगें या फिर निलंबित किया जाए