इस बीच खबरें सामने आ रही हैं कि पीएम मोदी की इस रैली में कुछ दिग्गज सितारे भी शामिल हो सकते हैं। दरअसल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) अध्यक्ष सौरव गांगुली और मशहूर फिल्म अभिनेता मिठुन चक्रवर्ती की इन दिनों बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं जोरों पर हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं ये दोनों ही सात मार्च की पीएम मोदी की रैली में हिस्सा ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण कौन लिखता है? मिल गया इस सवाल का जवाब सात मार्च को कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के जरिए एक बार फिर बीजेपी ममता सरकार को चुनौती देगी।
खास बात यह है कि पीएम मोदी की इस रैली में सौरव गांगुली और मिथुन चक्रवर्ती के शामिल होने की एक बार फिर अटकलें तेज हो गई हैं। इन दोनों के अलावा बांग्ला फिल्मों के सुपरस्टार प्रसेनजीत चटर्जी के भी रैली में आने की बातें हो रही हैं।
बंगाल बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य से जब सौरव गांगुली के ब्रिगेड रैली में शामिल होने की संभावना को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा-‘सुना है कि वे अभी आराम कर रहे हैं लेकिन वार्म अप के लिए नेट प्रैक्टिस करने आ ही सकते हैं।
बंगाल बीजेपी प्रवक्ता शमिक भट्टाचार्य से जब सौरव गांगुली के ब्रिगेड रैली में शामिल होने की संभावना को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा-‘सुना है कि वे अभी आराम कर रहे हैं लेकिन वार्म अप के लिए नेट प्रैक्टिस करने आ ही सकते हैं।
हालांकि उन्होंने साफ तौर पर नहीं बताया कि गांगुली हिस्सा लेंगे या नहीं, लेकिन इशारा जरूर कर दिया। वहीं अब तक सौरव गांगुली की ओर से इसको लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। बंगाल के सियासी गलियारे में इस बात की भी अटकलें हैं कि मिथुन और प्रसेनजीत भी इस रैली का हिस्सा बन सकते हैं और मुमकिन है बीजेपी के झंडा भी थामें।
हालांकि अब तक इन दोनों की ओर से भी कोई बयान नहीं आया है। आपको बता दें कि सौरव के पिछले काफी समय से बीजेपी में शामिल होने की अटकलें चलती आ रही थीं। उन्हें दिल का दौरा पडऩे व दो बार एंजियोप्लास्टी होने के बाद इन अटकलों पर विराम लगा था, लेकिन अब फिर से ऐसी अटकलें जोर पकड़ रही हैं।
कर्नाटक में ‘सेक्स टेप’ से मचा हड़कंप, येदियुरप्पा के इस मंत्री की बढ़ी मुश्किलें, सामने आई सीडी बीजेपी को सीएम चेहरे की तलाश
दरअसल विपक्ष लगातार बीजेपी पर इस बात को लेकर निशाना साध रहा है कि वो चुनाव में बिना किसी चेहरे के उतर गई है। उनकी पार्टी में दिग्गज प्रचारक तो हैं, लेकिन ममता बनर्जी के सामने खड़े होने लायक कोई चेहरा नहीं है। लिहाजा एक बार फिर बीजेपी पीएम मोदी को ही चेहरा मान कर चुनाव जीतने की जुगत में लगी है।
दरअसल विपक्ष लगातार बीजेपी पर इस बात को लेकर निशाना साध रहा है कि वो चुनाव में बिना किसी चेहरे के उतर गई है। उनकी पार्टी में दिग्गज प्रचारक तो हैं, लेकिन ममता बनर्जी के सामने खड़े होने लायक कोई चेहरा नहीं है। लिहाजा एक बार फिर बीजेपी पीएम मोदी को ही चेहरा मान कर चुनाव जीतने की जुगत में लगी है।
वहीं दूसरी तरफ आरएसएस भी चाहता है कि बंगाल में सीएम चेहरा मिले। शायद यही वजह रही कि कुछ दिन पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने खुद मिथुन के मुंबई स्थित घर जाकर उनसे मुलाकात की। तब से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें हैं।