मोदी के इस बयान पर मचा हंगामा
मोदी ने ये टिप्पणी राज्यसभा के उपसभापति पद के लिए चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह द्वारा विपक्ष समर्थित उम्मीदवार और कांग्रेस नेता बी. के. हरिप्रसाद को पराजित करने पर उनको बधाई देते हुए की थी। पीएम मोदी ने सदन में कहा, ‘ अब अब कुछ ‘हरि’ भरोसे है। उम्मीद है कि हरि कृपा हम सबपर बनी रहे। दोनों पक्षों के प्रत्याशियों के नाम में ‘हरि’ जुड़ा है। ये ऐसा चुनाव था जहां दोनों तरफ हरि थे, लेकिन एक तरफ बिके थे उनके आगे बीके था बीके हरि…. को ना बिके। हरिवंश के सामने कोई ‘बिके’ नहीं’।
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विपक्ष ने कहा- अनादरपूर्ण
पीएम मोदी की इस टिप्पणी पर विपक्षी नेताओं ने उसी वक्त विरोध किया था। आरजेडी सांसद मनोज झा ने पीएम की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए उसे राज्यसभा की कार्यवाही से हटाने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि पीएम की टिप्पणी का ‘अभिप्राय अनादरपूर्ण’ था, इसलिए इसे रिकॉर्ड से बाहर किया जाए।
पहली बार हटानी पड़ी किसी पीएम की टिप्पणी
राज्यसभा सभापति ने जब प्रधानमंत्री के बयान को संसदीय परिचर्चा के अभिलेख से हटाने का आदेश दिया उसके बाद झा ने दावा किया कि आजाद भारत में आजतक किसी प्रधानमंत्री ने ऐसी टिप्पणी नहीं की थी कि उसे सदन की कार्यवाही से हटाना पड़ जाए। बता दें कि सभापति नियमित रूप से सदन में परिचर्चा से ‘असंसदीय’ टिप्पणी व शब्द को हटाने का आदेश देते हैं।