12 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

शायराना अंदाज में झलका पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का दर्द, शेरी ने ठोके ‘शेर’

पंजाब कांग्रेस में नहीं थम रहा घमासान अब नवजोत सिंह सिद्धू ने शायराना अंदाज में दिखाया दर्द खुद को बहादुर और ऐसा गुनाहगार बताया जिसे अपना गुनाह पता नहीं

3 min read
Google source verification
sidhu

शायराना अंदाज में झलका पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का दर्द, शेरी ने ठोंके शेर

नई दिल्ली। पंजाब की सियासत में इन दिनों अगर कुछ चल रहा है तो वो है नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह। जी हां लोकसभा चुनाव से लेकर पंजाब की राजनीति लगातार गर्माई हुई है। खास तौर पर कांग्रेस के खेमे में चल रही गुटबाजी उसे लगातार कमजोर करने का काम कर रही है। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। यही वजह है कि दोनों तरफ से लगातार जुबानी जंग देखने को मिल रही है। अब सिद्धू ने एक बार फिर सोशल मीडिया के जरिये अपना शब्दभेदी बाण चलाया है।

सिद्धू के आक्रामक तेवरों के साथ अब उनका दर्द भी झलकने लगा है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर से छिड़े शीत युद्ध में अब सिद्धू ने खुद को ऐसे गुनाहगार के तौर पर पेश करने की कोशिश की है, जिसे अपना गुनाह नहीं पता। सिद्धू ने एक बार फिर ट्वीट किया और अपने दर्द को शायराना अंदाज में बयां कर डाला।

पढ़ें - चुनाव जीतते ही सनी देओल की छुट्टी! गुरदासपुर की जनता बोली...

सिद्धू ने लिखा है, 'बहादुर कब किसी का आसरा एहसान लेते हैं। उसी को कर गुजरते हैं जो मन में ठान लेते हैं।' सिद्धू के इस शायराना ट्वीट पर यूजर्स ने तुरंत प्रतिक्रियाएं देना भी शुरू कर दीं। लोगों ने सिद्धू पर जमकर निशाने साधे हैं। कई लोगों ने अमेठी लोकसभा सीट के नतीजों को लेकर सिद्धू को फिर अपना वादा याद दिलाया है। बता दें कि सिद्धू ने कहा था कि अमेठी से भाजपा नेता स्‍मृति ईरानी यदि जीत गईं और कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी हार गए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। कई ट्रोलर ने सिद्धू से अपना वादा पूरा करने को कहा है।

लगातार जारी है शायराना अंदाज
सिद्धू का ये पहला शायराना ट्वीट नहीं पिछले कुछ दिनों से वे लगातार शायराना अंदाज में अपनी बात कहने की कोशिश कर रहे हैं। 30 मई से लेकर वे लगातार शायरी के जरिये अपने ऊपर लगे आरोपों और विवादों का जवाब दे रहे हैं। कभी वे खुद को बहादुर बताते हैं तो कभी उम्मीदों के सहारे आगे बढ़ने की सार्थक कोशिश को बयां करने की कोशिश करते दिखाई पड़ रहे हैं।

सिद्धू का दर्द यहीं नहीं थमा। उन्होंने सीएम अमरिंदर के नॉन परफॉर्मर वाले कमेंट पर भी अपनी रिपोर्ट के जरिये जवाब दिया है। दरअसल सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंद सिंह के बीच पिछले काफी समय से खास तौर पर स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान से ही खटपट चल रही है। कभी सिद्धू तो कभी उनकी पत्नी नवजोत कौर मुख्यमंत्री पर मनमानी का आरोप लगाते रहे हैं। जबकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह लगातार प्रदेश कांग्रेस को हो रहे नुकसान के लिए सिद्दू को जिम्मेदार बताते आ रहे हैं।

सिद्धू ने कैप्टन पर लगाए ये आरोप
- बठिंडा रैली में सिद्धू का आरोप - अमरिंदर सिंह की सीएम प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल से मिलीभगत
- नशा और बेअदबी वाले मुद्दे पर भी कैप्टन अमरिंद सिंह पर बड़े आरोप लगाए
- पाकिस्तान जाने वाले मुद्दे को लेकर कैप्टन अमरिंदर पर राजनीति करने का आरोप

अमरिंद ने सीधे बोला सिद्धू पर हमला
-सिद्धू के आरोपों के बीच कैप्टन अमरिंद सिंह ने भी जवाबी हमले शुरू कर दिए।
- 19 मई मतदान के दिन कैप्टन अमरिंदर ने सिद्धू को अतिमहत्वाकांक्षी कह कर सनसनी मचा दी
- अमरिंदर ने कहा सिद्धू मुझे हटाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं
- अमरिंदर ने सिद्धू को नॉन परफॉर्मर मंत्री भी कह डाला
- चुनाव में कांग्रेस को हुए नुकसान के लिए सिद्धू को जिम्मेदार बताया

सिद्धू का रिपोर्ट कार्ड के जरिये जवाब
- 4000 के करीब बिल्डिंग के नक्शे अब तक ई-नक्शा पोर्टल पर पास
- 8800 से ज्यादा फाइलें हो चुकीं दाखिल
- 1600 के करीब आर्किटेक्ट और इंजीनियर पोर्टल पर हो चुके रजिस्टर्ड
- 3 फीसदी से ज्यादा फाइलें उनके विभाग में पेंडिंग नहीं
- पारदर्शिता और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने की दिशा में ऑनलाइन सेवाएं सबसे कारगर विधि
- अधिकारियों के सिर से हटी सिफारिश की तलवार
- सिस्टम को अब राज्य के अन्य विभाग भी अपनाने जा रहे

इस वजह से अन्य मंत्री भी नाराज
पंजाब कांग्रेस सिर्फ कैप्टन अमरिंदर सिंह ही नहीं कुछ मंत्री भी नवजोत सिंह सिद्धू से नाराज हैं। दरअसल पंजाब के कई मंत्री भी सिद्धू पर शहरी क्षेत्रों में विकास न कर पाने का आरोप लगाते आ रहे हैं। उनका मानना है कि सिद्धू की इस नाकामी से पंजाब कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा है।