बता दें कि अलवर मॉब लिंचिंग का मुद्दा संसद में भी गूंज चुका है। वहीं केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा है कि देश में कहीं भी भीड़ की हिंसा नहीं हो रही है। उन्होंने दावा किया है केंद्र इस तरह की घटना के खिलाफ है। उधर लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने राजस्थान पुलिस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान पुलिस गाय के नाम पर हिंसा करने वालों का साथ दे रही है। यह गौ रक्षक और पुलिस इसमें साथ है।
अलवर में कथित गो रक्षकों की ओर से की गई अकबर खान की हत्या का मामला भी देश की सर्वोच्च अदालत में पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को उसी याचिक को स्वीकार कर लिया,जिसमें राजस्थान सरकार और अधिकारियों पर सर्वोच्च अदालत के निर्देशों के उल्लंघन का आरोप
आपको बता दें कि राजस्थान पुलिस पर आरोप है कि उन्होंने रकबर ( अकबर के नाम से भी जाना जाता है ) को अस्पताल पहुंचाने की जगह बरामद गायों को पहले गौशाला पहुंचाने को तरजीह दी। यही नहीं, पुलिस ने खुद भी रकबर की पिटाई की। इसकी वजह से रकबर को अस्पताल पहुंचाने में तीन घंटे की देरी हुई और उसकी मौत हो गई।