
Twitter-twitter खेलने वालों को Surjewala की सलाह- social media पर बयानबाजी से दूर रहे नेता
नई दिल्ली। कांग्रेस ( Congress ) ने पार्टी के सीनयर नेताओं को सोशल मीडिया ( Social Media ) पर बयानबाजी करने से दूर रहने और उपयुक्त पार्टी मंचों पर अपने विचार पेश करने की सलाह दी है। कांग्रेस का यह स्टैंड पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Congress Leader Rahul Gandhi ) के नजदीकि राज्यसभा सदस्यों द्वारा 10 साल के संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन ( UPA ) शासन के दौरान कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में आत्मनिरीक्षण की बात कहने की बहस के बीच आया है। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ( Congress spokesperson Randeep Surjewala ) ने रविवार को कहा कि "मैं ट्विटर-ट्विटर खेल रहे मित्रों को सोशल मीडिया पर बयानबाजी रोकने की सलाह दूंगा"। सुरजेवाला ने आगे कहा कि हमारे पास आंतरिक लोकतंत्र ( Internal democracy ) है। इसलिए नेतागण अपने विचारों को पार्टी के उचित मंचों पर पेश करें।
कांग्रेस प्रवक्ता रविवार को एक मीडिया कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख सुरजेवाला ने इस दौरान पार्टी के नेताओं को ट्विटर पर अपना उचित स्टैंड रखने को कहा। सुरजेवाला ने आगे कहा कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के साथ कंधा से कंधा मिलाकर खड़ा होना चाहिए। इस दौरान सुरजेवाला ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को उनकी जिम्मेदारी भी याद दिलाई। उन्होंने कहा युवाओं का मार्गदर्शन करना भी सीनियर नेताओं की ही जिम्मेदारी है।
आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार गुरुवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष्ज्ञ सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद पार्टी के भीतर तीखी बयानबाजी का दौर चल निकला है। दरअसलख् राहुल गांधी के बेहद करीबी माने जाने वाले राज्यसभा के नवनिर्वाचित सदस्य राजीव सातव ने यूपीए के 10 साल के शासन में आत्मनिरीक्षण की बात कही थी, जिसके लिए उनको कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के पलटवारों को सहना पड़ा।
Updated on:
02 Aug 2020 10:03 pm
Published on:
02 Aug 2020 09:51 pm
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