
कश्मीर मुद्दा: भाजपा के इस नेता ने सोज और गुलाम नबी आजद की तुलना हाफिज सईद से की
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज और गुलाम नबी आजाद के जम्मू-कश्मीर पर दिए बयान पर विवाद गहराता जा रहा है। भाजपा नेताओं ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है। रविशंकर प्रसाद, डॉ जितेंद्र सिंह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने तीखा हमला बोला है। भाजपा ने सोनिया और राहुल गांधी से इसका जवाब मांगा है। वहीं जम्मू-कश्मीर के भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने बड़ा बयान दिया है। रैना के मुताबिक, सैफुद्दीन सोज और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के रिश्ते आतंक के आका हाफिज सईद और जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद अजहर से है। रविंद्र रैना ने कहा, कांग्रेसी नेताओं के इस लिंक की वजह से ही आतंक के सरगना इन्हें अपना मानते हैं। रैना के मुताबिक 2019 में मोदी को हराने के लिए कांग्रेस आतंकी संगठन के साथ महागठबंधन कर रही है
कांग्रेस देश तोड़ने वालों के साथ खड़ी है
इससे पहले केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस देश को तोड़ने वालों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि जो बयान गुलाम नबी आजाद ने दिया है, उससे पाकिस्तान भी काफी खुश होगा। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गुलाम नबी आजादा का बयान बेहद ही शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि सेना और पुलिस के जवान हमेशा अपने देश के लिए जान देते हैं और कांग्रेस इस तरह का बयान दे रही है। साल 2012 में 72 आतंकी मारे गए। वहीं, 2013 में इसकी संख्या 67 थी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि जब हम साल 2014 में सरकार में आए। उसी साल 110 आतंकी मारे गिराए। 2015 में 108, 2016 में 150 और 2017 में 217 आतंकियों को खात्मा किया है। वहीं, इस साल मई तक 75 आतंकी मारे जा चुके हैं। उन्होंने कहा यह आंकड़ काफी कांग्रेस और भाजपा के शासन में किस तरह की कार्रवाई हुई।
जितेंद्र सिंह ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं पीएमओ में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी सैफुद्दीन सोज और गुलाम नबी आजाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी थी। जितेंद्र सिंह ने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में रहती है तो कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानती है लेकिन सत्ता से बाहर होते ही दोहरी राजनीति करने लगती है।
मोदी सरकार बातचीत नहीं करना चाहती
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर को लेकर गुलाम नबी आजाद ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार की दमनकारी नीति का सबसे ज्यादा नुकसान आम जनता को भुगतना पड़ता है। एक आतंकी को मारने के लिए 13 नागरिकों को मार दिया जाता है। उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि हाल के आंकड़ों पर गौर करें तो सेना की कार्रवाई नागरिकों के खिलाफ ज्यादा और आंतकियों के खिलाफ कम हुई है। घाटी में हालात बिगड़ने का मुख्य कारण यह है कि मोदी सरकार बातचीत करने की अपेक्षा कार्रवाई करने में ज्यादा यकीन रखती है।
कश्मीरी चाहते हैं आजादी
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता सैफुद्दीन सोज ने एक बयान देकर सबको चौंका दिया है। उनके इस बयान से एक नया विवाद उठ खड़ा हुआ है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि कश्मीरियों की प्राथमिकता पाकिस्तान में विलय की नहीं है। उनकी पहली प्राथमिकता आजादी है। कश्मीरी आजादी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
Published on:
22 Jun 2018 06:46 pm
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