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स्मृति ईरानी का विरोधियों को जवाब, पुरानी तस्वीर पर लिखा- हम बोलेंगे तो बोलोगे कि बोलता है

Published: Oct 25, 2018 05:36:33 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

सबरीमला मंदिर पर खून में सने सेनेटरी नैपकिन वाला बयान देकर विरोधियों के निशाने पर आईं स्मृति ईरानी ने एकबार जवाब दिया है।

smriti irani

स्मृति ईरानी का विरोधियों को जवाब, पुरानी तस्वीर पर लिखा- हम बोलेंगे तो बोलोगे कि बोलता है

नई दिल्ली। सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को देश की सबसे बड़ी अदालत से हक मिलने के बाद भी विरोध और राजनीति जारी है। इसी मामले पर 23 अक्टूबर को बयान देकर विरोधियों के निशाने पर आईं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अब जवाब दिया है। गुरुवार को ईरानी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी ही एक तस्वीर शेयर की है। जिसमें उनका मुंह बंधा हुआ है। ये तस्वीर उस समय की है, जब वे टीवी सीरियल में काम किया करती थीं। केंद्रीय मंत्री ने इस तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा है कि ‘हम बोलेंगे तो बोलोगे कि बोलता है’

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ईरानी के सेंस ऑफ ह्यूमर की हो रही तारीफ

केंद्रीय मंत्री का ट्रोलरों को इस तरह दिया गया जवाब जमकर सुर्खियां बटोर रहा है। कुछ लोगों उनके इस तरीके के तारीफ कर रहे हैं तो कुछ अभी भी आलोचना कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर स्मृति ईरानी के सेंस ऑफ ह्यूमर को लेकर भी कई तरह की बातें लिखी जा रही हैं। इंस्टाग्राम पर तस्वीर शेयर करने के चार घंटे के अदंर उसपर नौ हजार से ज्यादा लाइक और करीब साढ़े तीन सौ कमेंट किए गए हैं।

इस बयान पर मचा था बवाल

मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान स्मृति ईरानी ने सबरीमला मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर खुलकर तो कुछ नहीं कहा लेकिन उनकी बातें इस ओर इशारा कर रही थीं कि स्त्रियों के मंदिर में प्रवेश करने के फैसले से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना करना मेरा अधिकार है, लेकिन दूषित करने का हक नहीं हैं। इस बात का सम्मान करना चाहिए। कैबिनेट मंत्री के तौर पर मैं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बोलने वाली कोई नहीं हूं। साथ ही उन्होंने सवाल पूछने के लहजे में कहा कि क्या तुम अपने दोस्त के घर में मासिक धर्म के खून में सने सेनेटरी नैपकिन लेकर जाओगो? अगर नहीं तो क्यों तुम उन्हें भगवान के घर में लेकर कैसे जाओगे?

https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw

‘सेनेटरी नैपकिन’ पर विवाद बढ़ा तो दीं सफाई

खून से सने सेनेटरी नैपकिन का उदाहरण देकर स्मृति ईरानी सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगीं। विवाद बढ़ने के बाद स्मृति ईरानी ने सफाई दी, साथ ही खबरों को फेक न्यूज भी बताया। स्मृति ईरानी ने इस बाबत एक के बाद एक पांच ट्वीट किए। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने लिखा कि मेरी टिप्पणी पर कई लोग बातें कर रहे हैं, मुझे भी अपने कमेंट पर कमेंट करने दीजिए। एक हिंदू होते हुए मैंने एक पारसी से शादी की लेकिन मुझे पूजा के लिए अग्नि मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है। मैं पारसी समुदाय/पुजारी की इस आस्था का सम्मान करती हूं। दो पारसी बच्चों की मां होने के नाते वहां पूजा करने के अधिकार के लिए किसी अदालत में नहीं गई। इसी तरह मासिक धर्म वाली पारसी या गैरपारसी महिलाएं किसी भी अग्नि मंदिर में प्रवेश नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि ये दो तथ्यात्मक बयान हैं। खून से सने सेनेटरी नैपकिन की बात पर उन्होंने लिखा कि जहां तक एक दोस्त के घर खून से सने पैड को ले जाने के मेरे बयान पर हमला बोलने का सवाल है तो मुझे अब तक कोई ऐसा शख्स नहीं मिला है, जो ऐसा करता हो। स्मृति ईरानी ने अपने आखिरी और पांचवें ट्वीट में कहा कि लेकिन मुझे चकित करने की जगह मुझे इस पर हंसी आती है कि एक महिला के तौर पर मुझे अपनी राय रखने की अनुमति नहीं है और ‘उदारवादी’ दृष्टिकोण की बात है तो मैं स्वीकार्य हूं। यह कितना उदारवादी है?

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