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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाली सायरा बानो भाजपा में शामिल हो सकती हैं। सायरा बानो ने खुद शुक्रवार को यह इच्छा व्यक्त की तो भाजपा ने भी उनके इस बयान का स्वागत किया है। वहीं सायरा बानो के इस बयान से सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है। सियासी दलों से उनके इस बयान को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कांग्रेस ने सायरा बानो प्रकरण में भाजपा को आड़े हाथों लिया है। कांग्रेस का कहना है कि सायरा बानो की आड़ में भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में मुस्लिम महिला मतदाता को लुभाने के लिए यह सियासी कार्ड खेला है।
दरअसल, सायरा बानो का कहना है कि उन्होंने यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित होकर लिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के प्रगति के लिए पीएम मोदी की प्रतिबद्धता सराहनीय है। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने सायरा बानो की पार्टी में शामिल होने की इच्छा को उन लोगों के लिए बड़ा सबक बताया है जो भाजपा को सांप्रदायिक पार्टी बताते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहां लोगों के बीच धार्मिक आधार पर कोई भेदभाव नहीं होता। भाजपा नेता ने कहा कि आगामी कुछ दिनों में पार्टी का एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सायरा बानो को पूरे सम्मान के साथ पार्टी ज्वाइन कराई जाएगी।
कौन हैं सायरा बानो
दरअसल, सायरा बानो उत्तराखंड के काशीपुर की रहने वाली हैं। पिछले दिनों तीन तलाक प्रकरण को लेकर सायरा बानो काफी सुर्खियों में रहीं हैं। बता दें कि बानो ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक और निकाह हलाला का विरोध किया था। इसके साथ ही उन्होंने एक याचिका दाखिल कर मुस्लिमों में प्रचलित बहुविवाह प्रथा को भी गलत बताया था और उसको खत्म करने की मांग की थी।
Updated on:
08 Jul 2018 02:50 pm
Published on:
08 Jul 2018 09:42 am
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