
नई दिल्ली। कांग्रेस में पार्टी के नेताओं के बीच खीचतान थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को खुले तौर पर बयान देने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने एक बार फिर अपना नेता बताया है।
उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने खुर्शीद के पिछले बयान को खारिज कर दिया था जिसे लेकर पूर्व कानून मंत्री अपने ही पार्टी के नेताओं पर जमकर बरसे हैं।
खुद को बताया गांधी परिवार का समर्थक
इससे पहले खुर्शीद ने कहा था कि कांग्रेस पार्टी 2019 के चुनाव में मिली हार का आत्मचिंतन नहीं कर पाई है क्योंकि राहुल गांधी पार्टी अध्यक्ष पद छोड़कर चले गए। अपने इसी बयान के बाद अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने शनिवार को फिर से राहुल गांधी को अपना नेता बताते हुए कहा कि उन्हें कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहिए। कांग्रेस नेताओं ने खुर्शीद के पिछले बयान को खारिज कर दिया था जिसे लेकर पूर्व कानून मंत्री अपने ही पार्टी के नेताओं पर जमकर बरसे हैं।
पार्टी नेताओं को दी फेसबुक पर दी नसीहत
सलमान खुर्शीद ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी पार्टी के नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि ऐसे लोग मुझे ज्ञान दे रहे हैं जो विश्वसनीयता और सियासी रणनीति के बारे में कुछ नहीं जानते। इसलिए मैं काफी हैरान हूं। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को बता देता चाहता हूं कि मेरे लिए विश्वास और निष्ठा को निजी पसंद है। यह वक्त असल या काल्पनिक भय और मतभेद से निकलकर आगे बढ़ने का है।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद की टिप्पणी को पार्टी के प्रवक्ता पवन खेरा ने खारिज कर दिया और कहा कि लोगों को टिप्पणी करने से बचना चाहिए और इसके बजाय बीजेपी सरकार की गुंडागर्दी को उजागर करने की दिशा में काम करना चाहिए।
पार्टी के हित में बोलना जरूरी
सलमान खुर्शीद ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि मैं गांधी परिवार का समर्थन करता हूं क्योंकि निजी कृतज्ञता और भारतीय लोकतंत्र के बारे में मेरी समझ ऐसा करने को कहती है। रणनीतिक चुप्पी मुश्किल वक्त में समझदारी है लेकिन साझा भविष्य के लिए बोलना भी उतना ही जरूरी है। कांग्रेस के अपने साथियों को संबोधित करते हुए खुर्शीद ने कहा कि कांग्रेस कभी भी बीजेपी जैसी नहीं रही है और होना भी नहीं चाहिए।
न्होंने कहा कि जब हमारे प्रवक्ता बीजेपी को घेरने की ड्यूटी के बारे में बात करते हैं तो उन्हें याद रखना चाहिए कि यह तभी मुमकिन है जब हम इस विविधता की दुनिया में भयमुक्त होकर अपनी बात कह पाएंगे।
Updated on:
13 Oct 2019 08:14 am
Published on:
13 Oct 2019 08:09 am
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