
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में रातभर में ही बड़ा सियासी उलटफेर हो गया। भाजपा और एनसीपी नेता अजित पवार ने मिलकर नई सरकार का गठन कर लिया है। इस बीच अजित पवार के फैसले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने बताया कि भाजपा का समर्थन करना अजित पवार का निजी फैसला है। एनसीपी का इससे कोई लेना देना नहीं है।
वहीं शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी ने कहा कि आज परिवार और पार्टी टूट गए हैं। कभी इतना ठगा हुआ महसूस नहीं किया गया था। नई सरकार के गठन को लेकर शिवसेना और एनसीपी की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई ।NCP चीफ शरद पवार ने कहा कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सरकार बनाने का फैसला लिया था।
पवार ने साफ तौर से कहा कि अजित पवार के खिलाफ अगर कार्रवाई करने की जरूरत पड़ी तो जरूर करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास नंबर हैं सरकार तो हम ही बनाएंगे। राज्यपाल ने भाजपा को बहुमत साबित करने के लिए 30 नवंबर तक का वक्त दिया है।
LIVE UPDATES:
NCP चीफ शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस
ये फैसला पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है
अजित के साथ गए कुछ विधायकों ने हमसे संपर्क किया
तीनों दलों ने सरकार बनाने का फैसला लिया था
शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने सरकार बनाने का फैसला लिया था
कुछ निर्दलीय विधायकों ने हमें सर्मथन दिया था
अजित पवार के पास 54 विधायकों वाली लिस्ट है
शिवसेना की अगुवाई में हम सब एक जुट रहेंगे
वो लोग सदन में बहुमत साबित नहीं कर पाएंगे
हमें जो कार्रवाई करनी होगी हम जरूर करेंगे
अजित के पास विधायकों के हस्ताक्षर की चिट्ठी है
30 नवंबर तक बहुमत साबित करने का वक्त है
हमारे पास नंबर हैं सरकार हम ही बनाएंगे
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बताया कि जो खेल चल रहा है पूरा देश देख रहा है। वो लोगों को तोड़ते हैं हम जोड़ते हैं। शिवाजी के राज्य में सर्जिकल स्ट्राइक हुआ है। हम जो करते हैं दिन के उजाले में करते हैं।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस भी शामिल होने वाली थी लेकिन कांग्रेस ने खुद को इससे अलग कर लिया है।
सूत्रों की मानें तो अजित पवार के इस फैसले से एनसीपी प्रमुख सहमत नहीं है। बताया जा रहा है कि शरद पवार अपने भतीजे अजित पवार को इस फैसले को लेकर पार्टी से बाहर निकाल देंगे। साथ ही पार्टी के भविष्य को लेकर आगे का फैसला लेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) में बंटवारे का संकेत देते हुए शरद पवार ने कहा कि"हम यह साफ करना चाहते हैं कि हम उनके फैसले का समर्थन नहीं करते हैं।" वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि अजीत पवार को करीब 15 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, साथ ही अन्य पार्टी और निर्दलीय विधायक भी हैं जो भाजपा गठबंधन को करीब 160 विधायकों के साथ समर्थन देंगे।
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बता दें कि महाराष्ट्र में सियासी घमासान के बीच राज्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता देवेंद्र फडणवीस को राज्य के मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। नई सरकार के गठन के बाद महाराष्ट्र से राष्ट्रपति शासन हटा दिया गया है। हालांकि भाजपा को विश्वासमत हासिल करना इतना आसान नहीं होगा।
Updated on:
23 Nov 2019 04:25 pm
Published on:
23 Nov 2019 12:45 pm
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