
नई दिल्ली। संभवत: ऐसा पहली बार हुआ होगा कि किसी विश्वविद्यालय के शिक्षकों को किसी राजनीतिक दल के समर्थन में खड़ा होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया हो। ऐसा वाक्या गुजरात में हुआ है। गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजी) ने 9 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दरअसल सीयूजी के 9 शिक्षकों पर कथित तौर पर आरोप है कि उन्होंने भाजपा विरोधी उम्मीदवारों के लिए चुनाव में प्रचार किया था। साथ हीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम में शामिल भी हुए थे। शिकायत में कहा गया है कि सीयूजी के ये शिक्षक देश में दूसरा जेएनयू बनाना चाहते हैं। इधर इस मामले को लेकर एक शिक्षक ने कहा कि किसी कार्यक्रम में शामिल होने का यह अर्थ कतई नहीं होता है कि वह व्यक्ति राजनीतिक दल के लिए प्रचार कर रहा है। हालांकि नियमों के मुताबिक कोई भी सरकारी अधिकारी किसी राजनीतिक दल के लिए प्रचार नहीं कर सकता है।
पिछले साल विधानसभा चुनाव में प्रचार का है आरोप
आपको बता दें कि यह अपने किस्म का पहला और दिलचस्प मामला है। सीयूजी के 9 शिक्षकों पर आरोप है कि पिछले वर्ष हुए गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर, निर्दलीय उम्मीदवार जिग्नेश मेवानी और पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथ मिलकर भाजपा के कई उम्मीदवारों के खिलाफ प्रचार किया था। साथ हीं उनलोगों पर आरोप हाै कि वे राहुला गांधी के कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिकायत करने वालों की पहचान साफ नहीं है लेकिन फिर भी विश्वविद्याल प्रशासन ने शिक्षकों के खिलाफ यह कार्रवाई की है। यह शिकायत आरएसएस से जुड़े छात्र संगठन एबीवीपी के कुछ सदस्यों ने की है। हालांकि जब एबीवीपी के स्थानीय पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने शिकायत करने की बात से साफ इनकार किया है।
साक्ष्य के साथ की गई है शिकायत
आपको बता दें कि केंद्रीय एचआरडी मंत्री प्रकाश जावेड़कर को लिखी गई इस शिकायत में साक्ष्य के तौर पर एक शिक्षक की तस्वीर भी संलग्न की गई है जिसमें वह शिक्षक राहुल गांधी के अहमदाबाद के एक कार्यक्रम में शामिल हुए दिखाई दे रहे हैं। इसके साथ दो अन्य तस्वीर भी लगाई गई है जिसमें राहुल गांधी के साथ वे बैठे दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इस तस्वीर के साथ किसी प्रकार का कोई तिथि का उल्लेख नहीं किया गया है। सबसे चौैंकाने वाली बात यह है कि विश्वविद्यालय को यह शिकायत 17 नवंबर 2017 को की गई थी जबकि अहमदाबाद में राहुल गांधी का कार्यक्रम 24 नवंबर 2017 को आयोजित की गई थी। कांग्रेस ने इस दिन नवसर्जन ज्ञान अधिकार कार्यक्रम को आयोजित किया था।
वाइस चांसलर ने की पुष्टि
गौरतलब है कि सीयूजी के वाइस चांसलर सैयद अब्दुल बारी ने इस बात की पुष्टि की है कि शिकायत मिलने के बाद शिक्षकों पर यह कार्रवाई एचआरडी मंत्रालय, राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी और राज्य शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए संदर्भ के आधार पर किया गया है। इससे पहले शिकायत की एक-एक कॉपी सभी विभाग को भेज दी गई थी।
Published on:
28 Apr 2018 04:36 pm
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