
Parliament में इस नेता ने कर दी Finance Minister Nirmala Sitharaman के पहनावे पर की टिप्पणी, मच गया हंगामा
नई दिल्ली। लोकसभा ( Lok Sabha ) में आज यानी सोमवार को उस समय हंगामे के आसार बन गए, जब तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ( TMC MP Saugata Roy ) ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman ) के पहनावे को लेकर टिप्पणी कर दी। TMC सांसद की इस टिप्पणी से सत्ता पक्ष के सांसद उखड़ गए और हंगामा करने लगे। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ( Parliamentary Affairs Minister Prahlad Joshi ) ने इसको महिलाओं का अपमान करार दिया। उन्होंने TMC सांसद से बिना शर्त माफी मांगने की मांग रखी। वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने सौगत रॉय की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया।
आपको बता दें संसद के मानसून सत्र में शून्यकाल के दौरान टीएमसी सांसद की टिप्पणी को लेकर हंगामा होने लगा। इस पर सत्ता पक्ष के कई सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई। वहीं, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा ने टीएमसी सांसद को नसीहत देते हुए कहा कि एक सीनियर मेंबर होते हुए किसी महिला के व्यक्तिगत पहनावे पर टिप्पणी करना अमर्यादित है। इसलिए उनको बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। संसदीय कार्य मंत्री जोशी ने इसको महिलाओं का अपमान बताया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने टीएमसी सांसद की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया।
वहीं, अपनी गलती का अहसास न होने पर टीएमसी सांसद लगातार यह सवाल करते रहे कि आखिर हुआ क्या है? उन्होंने क्या गलत कह दिया? आपको बता दें कि सौगत राय पश्चिम बंगाल के दमदम लोकसभा सीट से सांसद हैं। वह मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री रहे हैं। सौगत की गिनती संसद के सीनियर मेंबर्स में की जाती है। आपको बता दें कि लोकसभा के इतिहास में पहली बार, मानसून सत्र के साथ सोमवार को शुरू हुई लोकसभा की कार्यवाही में भाग लेने वाले सांसदों को अपनी सीटों पर बैठकर बोलने की अनुमति दी गई। कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए इस पहल को अमल में लाया गया। मॉनसून सत्र 1 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों को बैठकर बोलने की अनुमति दी। जिसके बाद उन्होंने कहा कि इस मानसून सत्र में सभी सासंद पहले अपनी सीटों पर बिना खड़े हुए बोलेंगे। ऐसा कोविड -19 महामारी को देखते हुए किया जा रहा है। इससे पहले, सभी सांसद संसद में बोलने से पहले खड़े होते थे। यह आसन के प्रति सम्मान दर्शाने का प्रतीक है।
Updated on:
14 Sept 2020 08:39 pm
Published on:
14 Sept 2020 08:26 pm
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