उदय ने अपने ट्वीट मे लिखा कि मैंने अभी-अभी कर्नाटक के राज्यपाल के बारे में गूगल पर सर्च किया। सर्च के दौरान जानकारी मिली कि वह भाजपा और आरएसएस से जुड़े रहे हैं। मुझे लगता है कि हम सबको पता है कि क्या होने वाला है? चूंकि वो भाजपा और आरएसएस के सदस्य हैा इसलिए किसी को इस बात की उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि वो जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाएंगे। ट्रोल होने के बाद उन्होंने एक बार फिर ट्वीट कर लिखा कि मेरी टाइमलाइन पर इतने सारे ट्रोल हो रहे हैं कि मैं कुछ समझ नहीं पा रहा हूं। मैं एक भारतीय हूं और मुझे अपने देश की परवाह है। उन्होंने आगे लिखा कि मेरी हिम्मत कहां कि मैं विचारों का विरोध कर सकूं। ये सब काम तो कोई हिम्मतवाला ही कर सकता है।
बॉलीवुड एक्टर उदय चोपड़ा का यह ट्वीट लोगों को रास नहीं आया और लोगों ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। कोई उन्हें पॉलिटिक्स के बारे में न बोलने की नसीहत देने लगा तो कोई मीम्स पोस्ट करने लगा। कई लोगों ने उन्हें बॉलीवुड का राहुल गांधी भी बताया। साथ ही कहा कि पप्पू की कुछ बोलने से पहले कुछ सोच तो लिया करो। बता दें कि उदय का इशारा कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला के फैसले पर था। उनके टवीट से साफ कि वो राज्यपाल के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं।