
UP CM Yogi Adityanath will meet PM Modi and BJP President JP Nadda
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh ) में अगले वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासी हलचल तेज हो गई है। मंत्रिमंडल विस्तार और संगठन में बदलाव की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे।
शुक्रवार सुबह तय समय पर योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री आवास पहुंचे। फिलहाल पीएम मोदी और सीएम योगी के बीच बैठक जारी है। इस बीच एनडीए के पूर्व सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए बीजेपी को डूबती नैया बताया।
कैबिनेट विस्तार की चर्चा के बीच एनडीेए के पूर्व सहयोगी ओम प्रकाश राजभर ने ट्वीट कर लिखा- बीजेपी डूबती हुई नैया है, जिसको इनके रथ पर सवार होना है हो जाए पर हम सवार नहीं होंगे। जब चुनाव नजदीक आता है तब इनको पिछड़ों की याद आती है जब मुख्यमंत्री बनाना होता है तो बाहर से लाकर बना देते हैं। हम जिन मुद्दों को लेकर समझौता किए थे, साढ़े चार साल बीत गया एक भी काम पूरा नहीं हुआ।'
राजभर का ये ट्वीट ऐसे समय आया जब सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी के बीच चर्चा चल रही है। राजभर ने आगे लिखा- 'यूपी में शिक्षक भर्ती में पिछड़ो का हक लुटा,पिछड़ों को हिस्सेदारी न देने वाली बीजेपी किस मुंह से पिछड़ों के बीच में वोट मांगने आएंगी? इनको सिर्फ वोट के लिए पिछड़ा याद आते हैं।
हमने भागीदारी संकल्प मोर्चा बनाया है जो यूपी में बीजेपी को हराना चाहते हैं, हम उनसे गठबंधन करने को तैयार है।'
दरअसल राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि बीजेपी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओपी राजभर की वापसी की कवायद में जुटी थी। पिछड़े वर्ग के वो साधने के लिए ओपी राजभर से दोबारा गठबंधन के लिए संपर्क किया जा रहा था लेकिन राजभर के ट्वीट से साफ है कि उन्होंने फिलहाल बीजेपी का न्योता ठुकरा दिया है।
योगी शुक्रवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच होने वाली बैठक पर यूपी समेत पूरे देश की निगाहें टिकी हैं, क्योंकि इस मीटिंग से आने वाले वक्त में यूपी की राजनीति की बड़ी तस्वीर सामने आ सकती है। माना जा रहा है पीएम मोदी और सीएम योगी के बीच की मुलाकात के बाद यूपी की सियासत करवट ले सकती है।
यूपी की सियासी हलचल से दिल्ली गलियां सरगर्म हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली में हैं। प्रधानमंत्री से उत्तर सीएम योगी आदित्यनाथ की मुलाकात सुबह करीब पौने ग्यारह बजे होगी। इसके बाद दोपहर साढ़े 12 बजे योगी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलेंगे।
कहने के लिए तो ये सिर्फ शिष्टाचार भेंट है, लेकिन राजनीतिक शिष्टाचार ये है कि होने से पहले कुछ कहा नहीं जाता। लेकिन दिल्ली की हलचल से लखनऊ तक गहमागहमी बढ़ गई है। इस बात की अकटकलें लगाई जा रही हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में सरकार का चेहरा बेशक ना बदले लेकिन, काम की तरीके और रणनीति में बदलाव हो सकता है।
दो हफ्तों से चल रही तैयारी
इस मेल-मुलाकात में जो मंथन होगा, माना जा रहा है कि वो यूपी में सरकार की आगे की दशा और दिशा दोनों तय करेगा. इसकी पटकथा 15 दिनों से तैयार हो रही है। सूत्रों के मुताबिक यूपी के अलग-अलग नेताओं और पदाधिकारियों से राय से जो रिपोर्ट तैयार की गई है वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दे दी गई है और अब इस रिपोर्ट पर अमल करने को लेकर चर्चा हो सकती है।
जितिन प्रसाद की भूमिका पर चर्चा
बुधवार को बीजेपी ने कांग्रेस के नेता रहे जितिन प्रसाद को पार्टी में शामिल किया। यूपी के लिहाज से यह काफी अहम माना जा रहा है। बीजेपी ने कहा भी कि जितिन प्रसाद का यूपी में अहम रोल रहेगा। बीजेपी चुनाव से पहले सारे समीकरणों को फिट करने में लगी है। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ के इस दिल्ली दौरे में कुछ फैसले लिए जा सकते हैं।
मंत्रि मंडल विस्तार पर नजर
दिल्ली में चल रही पूरी कवायद से यह माना जा रहा है कि यूपी में जल्द मंत्रिमंडल विस्तार होगा। इसके साथ ही आयोग-निगमों में खाली पद भरे जाएंगे।
इस वक्त मंत्रिमंडल में सात सीटें खाली हैं, जिन पर अब तक खुद को उपेक्षित बताने वाली अपना दल और निषाद पार्टी भी दावेदारी जता रही है।
इसके अलावा आयोग-निगमों में अल्पसंख्यक आयोग, पिछड़ा वर्ग आयोग और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्षों को मिलाकर करीब 110 पद खाली हैं।
पहले अमित शाह से मिले योगी
गुरुवार को सीएम योगी दिल्ली पहुंचे। यहां सबसे पहले उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, दोनों नेताओं के बीच करीब डेढ़ घंटे तक बैठक चली। इसमें कई विषयों पर मंथन हुआ।
इस बीच अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के घर पहुंची। नए-नए भाजपाई हुए जितिन प्रसाद ने भी योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
माना जा रहा है कि पीएम मोदी और जेपी नड्डा से मुलाकात के दौरान सहयोगी दलों की भूमिका पर फोकस करने को लेकर चर्चा संभव है।
Updated on:
11 Jun 2021 11:37 am
Published on:
11 Jun 2021 09:56 am
बड़ी खबरें
View Allराजनीति
ट्रेंडिंग
