
मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर संसद में सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष के सांसद संसद के दोनों सदनों में लगातार विरोध प्रदर्शन के कारण कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ रही है। जिस पर अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र के मंदिरों की छवि धूमिल करने के लिए व्यवधान और हंगामे को रणनीतिक साधन रूपी हथियार बनाया जा चुका है।
व्यवधान और हंगामा लोकतंत्र नहीं हो सकता- उपराष्ट्रपति
जामिया मिलिया इस्लामिया के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिरों में व्यवधान और हंगामे को राजनीतिक रणनीति का हथियार नहीं बनाया जा सकता। जनता की भलाई के लिए संवाद, चर्चा, विचार-विमर्श और बहस “लोकतंत्र है। निश्चित रूप से व्यवधान और हंगामा लोकतंत्र नहीं हो सकता।
बार-बार स्थगित हो रही संसद
मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष के जोरदार प्रदर्शन के कारण बार-बार मानसून सत्र में बार-बार व्यवधान और स्थगन देखा जा रहा है। इस पर चिंता जताते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे आपको यह बताते हुए दुख और पीड़ा हो रही है कि लोकतंत्र के मंदिरों की छवि धूमिल करने के लिए व्यवधान और हंगामे को रणनीतिक साधन रूपी हथियार बनाया जा चुका है।
नई शिक्षा नीति अपनाने की जरुरत
जामिया मिलिया इस्लामिया के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में कहा कि देश के कुछ हिस्सों में इस नीति को अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि वे इसका पालन करेंगे और इस महान नीति का लाभ उठाएंगे. यह कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों, व्यावसायिक प्रशिक्षण और हमारी शिक्षा को एक नया आयाम देने पर आधारित है
Published on:
24 Jul 2023 07:52 pm
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