
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal ) विधानसभा चुनाव के बाद से बीजेपी नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है। पार्टी छोड़कर टीएमसी में शामिल होने वाले नेताओं को लेकर अब बीजेपी सख्त रुख अख्तियार कर रही है।
बीजेपी ( BJP ) का साथ छोड़ कर टीएमसी (TMC) में शामिल हुए विधायकों की सदस्यता रद्द करने की मांग को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ( Suvendu Adhikari ) कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
मुकुल रॉय की विधानसभा सदस्यता रद्द कराने के लिए शुभेंदु अधिकारी ने पहले ही हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। लेकिन अब अधिकारी अन्य विधायकों के मामले भी कोर्ट लेकर जाएंगे। माना जा रहा है कि सोमवार को ही इस मामले में याचिका कोर्ट में दाखिल की जा सकती है।
शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में बीते एक दशक में दलबदल विरोधी कानून लागू नहीं किया गया। इसमें सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि स्पीकर को तीन महीने के अंदर निर्णय लेना होगा।
तीन महीने से ज्यादा वक्त हो चुका है, लेकिन अब तक मुकुल रॉय को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। 23 सितंबर को मामले की अगली सुनवाई है। ऐसे में उस दिन विधानसभा में कोई ठोस निर्णय नहीं होगा तो 24 सितंबर को न्यायालय के संज्ञान में यह मामला लाया जाएगा।
इन नेताओं ने छोड़ा बीजेपी का साथ
बता दें कि पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद से अब तक कई नेताओं ने बीजेपी का साथ छोड़कर टीएमसी का दामन थाम लिया है। इनमें मुकुल रॉय, तन्मय घोष और विश्वजीत दास जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
दरअसल ये नेता पहले टीएमसी में थे, लेकिन चुनाव के वक्त ये बीजेपी में शामिल हो गए थे। अब फिर टीएमसी में लौट गए हैं।
72 ही बचे विधायक
बीते विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 77 सीटें जीती थी लेकिन अब विधायकों की संख्या 72 ही बची है, बताया जा रहा है कि अभी और भी कई विधायक टीएमसी के संपर्क में हैं। हाल में मुकुल रॉय ने दावा किया था कि करीब 24 विधायक टीएमसी के संपर्क में हैं जो जल्दी बीजेपी छोड़ सकते हैं।
Published on:
16 Sept 2021 04:52 pm
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