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सोनिया गांधी ने क्यों कहा – देश की आजादी खतरे में है

Sonia Gandhi ने अपने संदेश में कहा - देश ने लोकतांत्रिक मूल्यों ( democratic values ) को परखा है। देश का लोकतंत्र और मजबूत हुआ है। क्या लोगों के पास मोदी सरकार ( Modi Government ) के किसी फैसले से असहमत होने का अधिकार है या नहीं। लोगों को सोचना होगा कि स्वतंत्रता के सही मायने क्या होते हैं।

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अब लोगों को सोचना होगा कि स्वतंत्रता के सही मायने क्या होते हैं।

नई दिल्ली। एक दिन पहले देशभर में स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day ) पर जश्न का माहौल था तो दूसरी तरफ कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Congress President Sonia Gandhi ) ने भारतीय लोकतंत्र ( Indian Democracy ) के मौजूदा हालात पर सवाल उठाते हुए पीएम मोदी ( PM Modi ) पर निशाना साधा। उन्होंने मोदी सरकार की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा कि जिस दिन से देश आजाद हुआ, उसके बाद से लगातार देश ने लोकतांत्रिक मूल्यों ( democratic values ) को परखा है। इससे देश का लोकतंत्र लगातार मजबूत हुआ है।

इसके बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ( Sonia Gandhi ) ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने संदेश में वर्तमान सरकार और लोकतंत्र को लेकर गंभीर मुद्दे क्यों उठाए? उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र के लिए यह टेस्टिंग टाइम है। लोगों को यह देखना और समझना होगा कि उनके पास सवाल पूछने की, किसी फैसले से असहमत होने का अधिकार है या नहीं।

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भारतीय लोकतंत्र के लिए यह टेस्टिंग समय है

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान सरकार लोकतांत्रिक और संवैधानिक सिस्टम ( Constitutional System ) के विपरीत काम कर रही है। यह भारतीय लोकतंत्र के लिए टेस्टिंग टाइम ( Testing Time ) है।

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क्या लोगों के पास सहमत या असहमत होने का अधिकार है

उन्होंने कहा कि फिलहाल ऐसा दौर चल रहा है जब देश के नागरिकों को यह सोचना और समझना होगा कि आखिरकार स्वतंत्रता से क्या मतलब होता है। सच्चे अर्थों में इसके क्या मायने हैं। लोगों को इस मुदृदे पर चिंतन करने की आवश्यकता हैं उन्हें विश्लेषण करना होगा कि देश में लिखने, बोलने, सवाल पूछने, असहमत होने, अपने निजी विचार के होने और किसी को जवाबदेह बनाने का अधिकार है या नहीं।