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मरने तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे थे कांग्रेस के दिवंगत नेता, क्या नीतीश कुमार तोड़ पाएंगे उनके कार्यकाल का रिकॉर्ड?

सातवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं JDU प्रमुख नीतीश कुमार कांग्रेस के दिवंगत नेता श्रीकृष्ण सिन्हा के नाम सबसे लंब समय तक CM बनने का रिकॉर्ड क्या नीतीश कुमार तोड़ पाएंगे सिन्हा का रिकॉर्ड?

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Kaushlendra Pathak

Nov 17, 2020

Will Nitish Kumar Break Shri Krishna Sinha Record

क्या नीतीश कुमार श्रीकृष्ण सिन्हा का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे?

नई दिल्ली। बिहार में सियासी सरगर्मी थम चुकी है। राज्य में एक बार फिर NDA की सरकार बन चुकी है। वहीं, जेडीयू मुखिया नीतीश कुमार ( Nitish Kumar ) सातवीं बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इस चुनाव में सबसे बड़ी बात ये रही है कि सीटों के मामले में जेडीयू तीसरे पायदान पर रही, इसके बावजूद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं। सातवीं बार मुख्यमंत्री बनते ही नीतीश कुमार एक बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने के करीब पहुंच चुके हैं। नीतीश कुमार बिहार के पहले मुख्यमंत्री कृष्ण सिन्हा के रिकॉर्ड को तोड़नेे के करीब पहुंच चुके हैं, जो सबसे लंबे समय तक सीएम की कुर्सी पर आसीन रहे।

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श्रीकृष्ण सिन्हा के नाम बड़ा रिकॉर्ड

कांग्रेस के दिवंगत नेता श्रीकृष्ण सिन्हा सबसे लंबे समय तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे। आजादी के पहले से वह सीएम की कुर्सी पर आसीन हुए और मरते दम तक बिहार के मुख्यमंत्री बने रहे। सिन्हा 2 अप्रैल, 1946 से 31 जनवरी, 1961 तक बिहार के मुख्यमंत्री बने रहे। यानी 15 सालों तक लगातार सीएम की कुर्सी पर आसीन रहे। इसके अलावा वह बिहार के वित्त मंत्री भी रह चुके थे। वहीं, बात अगर नीतीश कुमार की जाए तो वह साल 2000 में पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन, बहुमत नहीं मिल पाने के कारण एक हफ्ते में ही वह सीएम पद से हट गए। बाद में वह वाजपेयी सरकार में मंत्री बनाए गए। इसके बाद 2005 में नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बने। पांच साल तक लगातार वह मुख्यमंत्री बने रहे।

क्या नीतीश कुमार बनाएंगे नया रिकॉर्ड?

2010 विधानसभा में एक बार फिर NDA को बड़ी जीत मिली। नीतीश कुमार फिर बिहार के मुख्यमंत्री बने। लेकिन, 2014 लोकसभा चुनाव में जेडीयू को करारी शिकस्त मिली और नीतीश कुमार ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद जीतनराम मांझी को मुख्यमंत्री बना दिया। लेकिन, मांझी के बगावती तेवरों को देखते हुए नीतीश कुमार 2015 विधानसभा चुनाव महागठबंधन के साथ उतरे। इस चुनाव में महागठबंधन की सरकार बनी और नीतीश कुमार फिर मुख्यमंत्री बने। लेकिन, महागठबंधन में आपसी कलह के कारण नीतीश कुमार फिर NDA में आ गए और मुख्यमंत्री पद पर बने रहे। वहीं, 2020 में एक बार फिर NDA को पूर्ण बहुमत मिला है और नीतीश कुमार सातवीं बार मुख्यमंत्री बने हैं। लिहाजा, नीतीश कुमार श्रीकृष्ण के रिकॉर्ड से कुछ कदम ही दूर हैं। अब देखना ये है कि क्या नीतीश कुमार उस रिकॉर्ड को तोड़कर नया रिकॉर्ड बनाते हैं या फिर कुछ और परिणाम सामने आता है।

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