राजकुमार पाल की जीत के पांच फैक्टर: 1. प्रतापगढ़ इलाके में पटेल वोटरों के बीच अनुप्रिया पटेल की खासी पकड़ है। बीजेपी के समर्थन के बाद अपना दल (एस) के राजकुमार पाल को अन्य जातियों का भी वोट मिला, जिससे उनकी जीत की राह आसान हो गई ।
2. चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस की तीन बार से सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह का सैकड़ों समर्थक के साथ बीजेपी में शामिल होने से अपना दल (एस) उम्मीदवार की जीत की राह आसान हुई ।
3. एआईएमआईएम प्रत्याशी इसरार अहमद ने मजबूती से चुनाव लड़कर विपक्षी वोटों में सेंध लगा दी, जिसका फायदा अपना दल (एस) प्रत्याशी को हुआ । 4. सपा और बसपा दोनों दलों के बाहरी प्रत्याशी होने का लाभ भी अपना दल (एस) के प्रत्याशी राजकुमार पाल को मिला ।
5. चुनाव प्रचार के दौरान सपा और बसपा के बड़े नेताओं का चुनाव प्रचार में नहीं उतरना कार्यकर्ताओं को निराश किया, जबकि अपना दल (एस) के प्रत्याशी राजकुमार पाल के लिये खुद सीएम योगी प्रचार करने पहुंचे थे।
इनपुट- सुनील सोमवंशी, शिव नंदन साहू