नागेश प्रताप सिंह शुरू से ही भाजपा के दावेदार और राजनीति के चलते प्रमोद तिवारी के दावेदार भी रहे। छोटे सरकार ने साल 2014 में हुए उपचुनाव में प्रमोद तिवारी की बेटी और कांग्रेस प्रत्याशी अराधना तिवारी को कड़ी टक्कर दी थी। चुनाव में भले ही अराधना जीत गई हों, मगर जीत का अंतर काफी कम था। अराधना तिवारी महज 5000 वोटों के अंतर से नागेश प्रताप सिंह को हराया था। साल 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में नागेश प्रताप सिंह एक बार फिर प्रमोद तिवारी की मुश्किल बढ़ाने वाले हैं।