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मंगल मिशन के लिए उम्मीद जगी, इंसानों की लैंडिंग के लिए संभावित क्षेत्र की पहचान

मंगल ग्रह (Mars) पर इंसानों को बसाने का सपना अब हकीकत के और करीब पहुंच गया है। अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक ऐसी जगह की पहचान की है जो भविष्य के मानव मिशनों के लिए 'परफेक्ट लैंडिंग साइट' साबित हो सकती है।

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मंगल पर इंसानों को ले जाने को लेकर सबसे बड़ी चुनौती है वहां एक सुरक्षित लैंडिंग स्थल की पहचान। इसी दिशा में अमरीका की यूनिवर्सिटी ऑफ मिसिसिपी की वैज्ञानिक एरिका लुजी के एक शोध ने ऐसी ही जगह खोजी है। लुजी ने बताया कि मंगल के अमेजोनिस प्लेनिशिया क्षेत्र में सतह से एक मीटर से भी कम गहराई पर बर्फ मौजूद हो सकती है। यह इलाका अच्छी लैंडिंग साइट हो सकता है। अगर इंसानों को मंगल पर भेजना है तो पानी सिर्फ पीने के लिए ही नहीं, बल्कि ऑक्सीजन, ईंधन और अन्य जरूरी संसाधनों के लिए भी जरूरी होगा। सतह के पास मौजूद बर्फ को आसानी से निकाला जा सकता है, जिससे धरती से भारी सामान ले जाने की जरूरत कम हो जाएगी।

ऑर्बिटर से मिली तस्वीरों से हुआ साफ

शोध दल ने नासा के मार्स रिकॉनिसेंस ऑर्बिटर पर लगे हाईराइज कैमरे से ली गई तस्वीरों का अध्ययन किया। इन तस्वीरों में ऐसे क्रेटर दिखे जो आमतौर पर सतह के नीचे बर्फ की मौजूदगी का संकेत देती हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि मंगल के मध्य अक्षांश वाले इलाके इंसानों के लिए सही हैं। यहां सूरज की पर्याप्त रोशनी मिलती है। इससे ऊर्जा मिलेगी। तापमान इतना कम रहता है कि बर्फ लंबे समय तक सुरक्षित रह सके।

पहले रोबोटिक मिशन भेजना होगा

वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों को लैंडिंग पर भेजने से पहले रोबोटिक मिशन या भविष्य में रोवर भेजना जरूरी होगा। राडार विश्लेषण और स्पष्ट सबूतों के बिना यह पूरी तरह तय नहीं कहा जा सकता कि यह बर्फ शुद्ध पानी है या किसी अन्य पदार्थ के साथ मिश्रित है। यह भी देखना होगा कि कि बर्फ कितनी गहराई पर है और वह कितनी जगहों पर फैली हुई है।