
सीएम साहब, कल्लू अपनी मरी पत्नी का शव साठ किलोमीटर तक ट्राॅली पर नहीं ढोया, आपके सुशासन के दावों का सच ढो रहा
प्रयागराज। जिस सुशासन की यूपी सरकार पूरे देश में ढ़िंढोरा पीट रही है, उसी प्रदेश में एक व्यक्ति को अपनी पत्नी का शव साठ किलोमीटर तक ट्राॅली पर लादकर पैदल घर जाना पड़ता है। बेशर्मी की हद तो यह कि कोई जिम्मेदारी इस मामले में संवेदना तक प्रकट करने की जहमत नहीं उठा सका। शर्मनाक यह कि आस्था की इस धरती से सूबे की सरकार को चला रहे एक डिप्टी सीएम, सरकार के प्रवक्ता सहित कई दिग्गज सरकार की नुमाइंदगी कर रहे हैं। हालांकि, मामला काफी उछलने के बाद प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने जबाव तलब किया है। अस्पताल प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मामले में रिपोर्ट बनाने में लगे हुए हैं।
उधर, इस प्रकरण पर राज्य सरकार के प्रवक्ता-वरिष्ठ मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री रहते उन्होंने हर जिले में 2 से 3 शव वाहन की व्यवस्था की थी। पूरे प्रकरण की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।
गौरतलब है कि एसआरएन अस्पताल में शंकरगढ़ के कल्लू की पत्नी सोना देवी की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जिसके बाद शव को घर ले जाने के लिए शव वाहन नहीं उपलब्ध हो सका। गमजदा गरीब कल्लू के पास इतने पैसे नहीं थे कि पत्नी का शव निजी वाहन से घर तक ले जा सके। तो उसने अस्पताल से 60 किलोमीटर शव को रिक्शा ट्रॉली में लेकर अपने घर शंकरगढ़ पहुंचा।
इसे भी पढ़े -अस्पताल में नहीं मिला एम्बुलेंस, पत्नी का शव को 60 किमी दूर ट्राली से ले जाने को मजबूर हुआ पति
गरीब कल्लू का पत्नी का शव रखकर रिक्शा खींचते हुए तस्वीर सामने आने और मीडिया में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन कारस्तानियों पर पर्दा डालने में जुट गया। हालांकि, जब मामला काफी तूल पकड़ लिया तो प्रदेश सरकार ने मामले में जांच के आदेश दे दिए। बता दें कि नगर पंचायत शंकरगढ़ के रहने वाले कल्लू ने अपनी 45वर्षीय पत्नी सोना देवी को छह दिन पहले शहर के स्वरूपरानी अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान गुरुवार सुबह सात बजे उसकी मौत हो गई थी।
Published on:
21 Sept 2019 04:32 pm
बड़ी खबरें
View Allप्रयागराज
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
