"सरकार महिलाओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य पर विफल रही है, इसलिए कांग्रेस ने अपने सीमित संसाधनों से सैनेटरी पैड्स बांटे। लेकिन भाजपा की घटिया सोच ने इन पैड्स पर राहुल गांधी की फर्जी फोटो लगाकर सोशल मीडिया पर झूठ फैलाया, पैड पर कोई फोटो नहीं थी।" प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं को घेराव किया और सफाई दी। तिवारी ने इसे एक शर्मनाक, घृणित और घटिया हरकत बताया।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शुरू वोटर लिस्ट विवाद पर सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी के पास आधार कार्ड है और वह किसी क्षेत्र में निवास कर रहा है तो उसका नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा जाना चाहिए। लेकिन चुनाव आयोग आधार कार्ड को भी नकार रहा है और नागरिकों से उनकी कुंडली पूछी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी ने खुद संसद में कहा था कि आधार कार्ड भारतीयता का प्रमाण है, तो अब वही प्रमाण मान्य क्यों नहीं है?
इसके सैाथ ही प्रमोद तिवारी ने नेहल मोदी की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब सीबीआई और ईडी की जांचें चल रही थीं तब ऐसे अपराधियों को विदेश भागने की छूट किसके इशारे पर मिली? पुराने वादों की याद दिलाते हुए तिवारी ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम को छह महीने में भारत लाएंगे। अब पूछना चाहता हूं, कहां है दाऊद? मसूद अजहर, हाफिज सईद और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकियों का क्या हुआ? क्या भाजपा सरकार इनके खिलाफ कार्रवाई का कोई ब्योरा दे सकती है?
राज्यसभा सांसद ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी बयान दिया। कहा कि भारतीय वायुसेना की ओर से किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के समय, विदेश मंत्री ने पाकिस्तान को यह जानकारी दी कि हम आतंकी ठिकानों पर हमला करेंगे। नतीजा यह हुआ कि हमला केवल आतंकी ठिकानों पर हुआ, आतंकी सब वहां से हट गए। हमारे वीर जवानों की मेहनत का पूरा असर नहीं पड़ा। आखिर सरकार यह बताए कि आतंकी कहां मारे गए, कितने मारे गए और उनके नाम क्या हैं? जो आतंकी मारे गए, उनकी सूची कहां है? उन्होंने आगे कहा कि यह सीधा राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता है और सरकार को इसकी जवाबदेही तय करनी चाहिए।
Updated on:
06 Jul 2025 05:08 pm
Published on:
06 Jul 2025 05:06 pm