18 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सांसद और विधायक रह चुके माफिया अतीक अब जेल में धोएंगे भैंस, ये पद मिला ?

Mafia Atiq Ahmed : उमेशपाल अपहरणकांड में उम्रकैद की सजा पाने वाले माफिया अतीक अहमद को जेल में काम करना पड़ेगा। साबरमती जेल प्रशासन ने उन्हें भैंस धोने के काम में लगाया है।

2 min read
Google source verification
Mafia Atiq Ahmed

अय्याशी की जिंदगी जीने वाले अतीक को अब जेल में अन्य कैदियों की तरह ही रहना पड़ रहा है। वहीं उसे खाने में रोटी, दाल और चावल दिया जा रहा है। अतीक अहमद की बैरक भी बदल दी गई है। यहां अतीक अहमद कैदी नंबर 17052 के रूप में रह रहा है। इसके साथ ही उसे जेल प्रशासन ने काम में भी लगा दिया है। इसके बदले उसे 25 रुपए रोजाना दिहाड़ी दी जाएगी।

रोज मिलेगी 25 रुपए दिहाड़ी, खाते में जमा होगी
साबरमती जेल में अतीक अहमद का अकाउंट भी खोल दिया है। रोजाना अतीक के जेल में काम करने के बदले उसके पैसे उसके खाते में जमा कर दिए जाएंगे। अतीक अहमद की काम के बदले रोज की दिहाड़ी 25 रुपये होगी। माफिया डॉन को अकुशल कारिगर की श्रेणी में रखा गया है। आइए जानते हैं माफिया डॉन अतीक अहमद को जेल में कौन-कौन से काम करने पड़ेंगे।

यह भी पढ़ें : 28 मिनट में तय हुई 10 किमी दूरी, एक में मिली उम्रकैद, अभी सौ केस बाकी

अतीक अहमद को जेल में करना होगा काम
अतीक अहमद को अगर कुशल श्रेणी में रखा जाता तो उसे रोजाना की 40 रुपये दिहाड़ी दी जाती. जेल में अतीक को झाडू़ लगाना होगा। उसे बढ़ई का काम भी करना होगा। इतना ही नहीं उसे खेती करने और मावेशियों का ध्यान रखने का काम भी सौंपा गया है।

यह भी पढ़ें : एक अप्रैल से होने जा रहे हैं ये बड़े बदलाव, आपकी जेब पर डालेंगे असर

अब अतीक अहमद को जेल में भैंसो को नहलाना होगा। उन्हें चारा खिलाना होगा। उनकी साफ- सफाई करनी होगी। अतीक अहमद को कैदियों के दो जोड़ी कपड़े दिए गए हैं। जिसमें सफेद कुर्ता, पैजामा टोपी और गमछा शामिल है। जेल प्रशासन ने उसे खेती संग अन्य जिम्मेदारियां दी हैं। इसके बदले उसे 25 रुपए प्रतिदिन दिहाड़ी मिलेगी।

बैरक भी बदली गई, परिवार पर भी कसा शिकंजा
अय्याशी की जिंदगी जीने वाले अतीक को अब जेल का खाना खाना पड़ रहा है। इस खाने में रोटी, दाल और चावल शामिल है। अतीक अहमद की बैरक भी बदल दी गई है। उसे सजायाप्ता कैदियों के पक्के बैरेक में शिफ्ट कर दिया गया है। अब उसे पक्का कैदी कहा जाएगा। पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में अतीक के बाद उसके परिवार पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है।